CG liquor scam : रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तारियों के साथ ही घोटाले की परतें और गहराई से खुलने लगी हैं। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 26 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो सगे भाई — चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय मिश्रा और मनीष मिश्रा, तथा तीसरा आरोपी अभिषेक सिंह शामिल हैं।
- मनीष मिश्रा और अभिषेक सिंह के पास FL-10 लाइसेंस था और वे नेक्स्टजेन कंपनी के ज़रिए शराब आपूर्ति का कार्य कर रहे थे।
- अभिषेक सिंह पहले से गिरफ्तार हो चुके घोटाले के मुख्य आरोपी अरविंद सिंह का भतीजा है।
- अरविंद सिंह, शराब घोटाले के मास्टरमाइंड एपी त्रिपाठी के लिए काम करता था और नोएडा की कंपनियों से नकली होलोग्राम बनवाने में सक्रिय भूमिका निभाता था।
- जांच में सामने आया है कि इस साजिश में अरविंद सिंह की पत्नी भी एक कंपनी की संचालक के तौर पर शामिल रही है।
शराब घोटाले की रकम में नया खुलासा
इस मामले में पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2161 करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा किया था। लेकिन अब EOW-ACB की जांच में 1300 करोड़ रुपए अतिरिक्त घोटाले के संकेत मिले हैं, जिससे कुल घोटाले की रकम बढ़कर 3500 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। यह राज्य के इतिहास का सबसे बड़ा आर्थिक अपराध बनता जा रहा है।
चैतन्य बघेल पर निगाहें — कल कोर्ट में पेशी
इस घोटाले की आंच अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल तक पहुंच चुकी है।
- चैतन्य को 18 जुलाई को उनके भिलाई-3 स्थित निवास से ईडी ने गिरफ्तार किया था और फिलहाल वे 5 दिन की रिमांड पर हैं।
- सूत्रों के मुताबिक, 22 जुलाई (मंगलवार) को दोपहर 1 बजे चैतन्य को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
- ईडी अदालत से रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है।
- चैतन्य से पहले भी पूछताछ हो चुकी थी, लेकिन उनकी गिरफ्तारी पप्पू बंसल (भूपेश बघेल के करीबी बिल्डर) के बयान के बाद हुई, जिसमें उन्होंने चैतन्य की घोटाले में संलिप्तता के संकेत दिए थे।
दुर्ग-भिलाई कनेक्शन और राजनीतिक भूचाल
शराब घोटाले के अधिकांश आरोपी दुर्ग-भिलाई क्षेत्र के रहने वाले हैं। इस पूरे मामले ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला दिया है। एक ओर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, दूसरी ओर पूर्व सीएम के परिवार पर सीधा हमला — इस प्रकरण ने राज्य की सियासत को गरमा दिया है।