खंडवा। Khandwa MP Cyber Fraud : मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक शासकीय स्कूल की शिक्षिका रजनी उपाध्याय के साथ हाईटेक ऑनलाइन ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शिक्षिका की बैंक में जमा जीवनभर की कमाई – 20 लाख रुपये की एफडी पर अज्ञात साइबर अपराधियों ने फर्जी लोन लेकर रकम उड़ा दी। यह ठगी एक फर्जी मोबाइल एप के ज़रिए की गई, जिससे शिक्षिका का मोबाइल पूरी तरह हैक कर लिया गया था।
Khandwa MP Cyber Fraud : फर्जी एप ने खोले मोबाइल के सारे रास्ते
घटना की शुरुआत तब हुई जब शिक्षिका रजनी को ‘महा मोबाइल एप’ के नाम से एक फर्जी APK फाइल मिली। इसे अनजाने में क्लिक करते ही उनके मोबाइल में रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर (जैसे एनीडेस्क) इंस्टॉल हो गया, जिससे ठग सीधे उनके फोन को कंट्रोल करने लगे।
कुछ ही देर में उनके मोबाइल से एफडी के खिलाफ लोन आवेदन किया गया और खाते से 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। जब ट्रांजेक्शन के मैसेज आने लगे, तब शिक्षिका ने बैंक से संपर्क किया और ठगी का खुलासा हुआ।
पुलिस जांच में जुटी, साइबर टीम सक्रिय
कोतवाली पुलिस ने अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ IPC की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। CSP अभिनव बारंगे के मुताबिक, शुरुआती जांच में सामने आया है कि रकम बैंक ऑफ महाराष्ट्र की महा मोबाइल एप के माध्यम से निकाली गई है। पुलिस बैंक से डिटेल जुटा रही है और साइबर टीम को जांच में लगाया गया है।
बहन की मेहनत पर पानी फिरा
पीड़िता के भाई ने मीडिया को बताया कि, “मेरी बहन ने वर्षों तक अपनी सैलरी से पैसा बचाकर यह एफडी बनाई थी। यह उसके जीवन की कमाई थी जिसे शातिर साइबर अपराधियों ने मिनटों में गायब कर दिया।”
बैंकिंग सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना न केवल शिक्षिका के लिए, बल्कि बैंकिंग सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। एफडी पर बिना फिजिकल वेरिफिकेशन या ग्राहक की स्पष्ट अनुमति के लोन कैसे जारी हो गया? इस सवाल ने बैंकिंग सिस्टम पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
फिलहाल पुलिस और साइबर सेल ठगों की तलाश में जुटी है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर शिक्षिका को न्याय दिलाया जाएगा।