Delhi News : नई दिल्ली | दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने दो साल से फरार एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को ट्रांसपोर्ट कंपनी का मालिक बताकर ऑनलाइन ठगी कर रहा था। आरोपी का नाम रोहित (28) है और वह राजस्थान के झुंझुनू का रहने वाला है।
ऑनलाइन ट्रांसपोर्टर बनकर करता था ठगी
पुलिस को NCRP पोर्टल पर एक महिला से शिकायत मिली थी, जिसने बताया कि ‘जस्टडायल’ पर ट्रांसपोर्ट सेवा ढूंढते हुए उसने रोहित से संपर्क किया था। आरोपी ने खुद को दिल्ली के रोहिणी में स्थित एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का मालिक बताया और गुवाहाटी तक मशीन डिलीवरी का वादा किया।
10 हजार की ठगी से खुली पोल
- रोहित ने शुरुआत में भरोसा जीतने के लिए सिर्फ ₹10,000 का भुगतान मांगा।
- उसने एक फर्जी पोर्टर सेवा की व्यवस्था की, जिसने पीड़ित से सामान ले लिया।
- गुरुग्राम पहुंचने पर पता चला कि कोई बुकिंग नहीं हुई थी और सामान लावारिस पड़ा मिला।
- पोर्टर चालक को भी कोई भुगतान नहीं किया गया था।
- यह सब जानकर पीड़ित ने साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज की, जिस पर FIR दर्ज हुई और जांच शुरू की गई।
आंध्र प्रदेश का नंबर, ठग राजस्थान का निकला
जांच में खुलासा हुआ कि: ठग द्वारा इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर आंध्र प्रदेश में पंजीकृत था, पर संचालन राजस्थान से हो रहा था। बैंक अकाउंट, पोर्टर बुकिंग और जस्टडायल प्रोफाइल की मदद से आरोपी की पहचान की गई।
पुलिस को ऐसे मिली सफलता
आरोपी लगातार नंबर और स्थान बदलकर पुलिस से बचता रहा। दो साल की कड़ी ट्रैकिंग के बाद एक नंबर एक्टिव हुआ, जिससे पुलिस को झुंझुनू में लोकेशन मिली। रोहित ने फिर से फोन बंद कर दिया और फरार हो गया, लेकिन आखिरकार उसे अपनी बहन के गांव महरामपुरा से गिरफ्तार कर लिया गया।
कबूल किया जुर्म, कई और लोगों से की है ठगी
पूछताछ में रोहित ने स्वीकार किया कि उसने इसी तरीके से कई लोगों को अलग-अलग जगहों पर ठगा है। वह हमेशा कम रकम में ठगी करता था ताकि लोग FIR ना कराएं।