नई दिल्ली। Assembly By-Election : देश के चार प्रमुख राज्यों—केरल, पंजाब, पश्चिम बंगाल और गुजरात में शनिवार सुबह से विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुका है। सुरक्षा के कड़े इंतज़ामों के बीच मतदाता लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा ले रहे हैं। इन उपचुनावों में जहां एक ओर राजनीतिक दलों की साख दांव पर है, वहीं दूसरी ओर कई सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष ने मुकाबले को और भी दिलचस्प बना दिया है।
Assembly By-Election : गुजरात: बीजेपी बनाम AAP बनाम कांग्रेस
गुजरात की दो अहम सीटों कडी और विसावदर पर उपचुनाव हो रहे हैं। कडी सीट बीजेपी विधायक करसनभाई सोलंकी के निधन के बाद खाली हुई थी। यहां से बीजेपी ने राजेंद्र चावड़ा, कांग्रेस ने रमेश चावड़ा और AAP ने जगदीश चावड़ा को मैदान में उतारा है। विसावदर में पूर्व विधायक के दल बदल के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है, जहां बीजेपी के किरीट पटेल, कांग्रेस के नितिन रणपरिया और आप के चर्चित नेता गोपाल इटालिया के बीच कांटे की टक्कर है।
पश्चिम बंगाल: कालीगंज में सहानुभूति फैक्टर
कालीगंज सीट पर टीएमसी विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने उनकी बेटी अलीफा अहमद को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर बीजेपी के आशीष घोष और कांग्रेस-वाम गठबंधन के काबिल उद्दीन शेख चुनौती पेश कर रहे हैं।
केरल: नीलांबुर सीट पर वाम मोर्चे की साख
केरल की नीलांबुर सीट पर वाम दलों के लिए उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है। पी.वी. अनवर के इस्तीफे के बाद यहां मुकाबला रोचक हो गया है। एलडीएफ, यूडीएफ और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।
पंजाब: लुधियाना पश्चिम सीट पर केजरीवाल की अग्नि परीक्षा
आप विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के बाद खाली हुई लुधियाना पश्चिम सीट पर आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा है। उनके सामने कांग्रेस के भारत भूषण आशु, बीजेपी के जीवन गुप्ता और अकाली दल के पारुपकर सिंह घुम्मन हैं। यह उपचुनाव आप सरकार की लोकप्रियता का भी एक बड़ा इम्तिहान माना जा रहा है।
इन सभी सीटों पर मतगणना की तारीख निर्वाचन आयोग जल्द घोषित करेगा। लेकिन जिस तरह से मुकाबले त्रिकोणीय होते जा रहे हैं, इन उपचुनावों का असर आगामी राजनीतिक समीकरणों पर निश्चित रूप से पड़ेगा।