नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर : भारत ने आधी रात को चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादियों के नौ बड़े ठिकानों पर मिसाइल हमला कर उन्हें तबाह कर दिया। इस कार्रवाई में करीब 80 से 90 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। लेकिन इस ऑपरेशन को लेकर सबसे अहम संदेश भारत ने तब दिया जब इसकी आधिकारिक जानकारी देने के लिए दो महिला सैन्य अधिकारियों को देश के सामने लाया गया।
प्रेस ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह (भारतीय वायुसेना) और कर्नल सोफिया कुरैशी (भारतीय थलसेना) ने पूरे आत्मविश्वास और रणनीतिक स्पष्टता के साथ ऑपरेशन की जानकारी दी। उनके साथ विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी उपस्थित थे।
क्यों है यह ब्रीफिंग खास?
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हिंदू महिलाओं के सामने उनके पतियों को गोली मारी थी। उस दर्दनाक हमले की प्रतिक्रिया में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। उसी “सिंदूर” के प्रतीक के रूप में दो महिला अफसरों को सामने लाकर देश ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत की नारीशक्ति अब सिर्फ सहन करने वाली नहीं, जवाब देने वाली है।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
गुजरात की रहने वाली और बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट कर्नल कुरैशी 1999 में शॉर्ट सर्विस कमीशन से सेना में भर्ती हुई थीं। वे 2016 में अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारत की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं। उनका सैन्य इतिहास चार पीढ़ियों से जुड़ा है।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं?
भारतीय वायुसेना की हेलिकॉप्टर पायलट व्योमिका सिंह बचपन से ही फाइटर बनने का सपना रखती थीं। सेना की ब्रीफिंग में उनकी मौजूदगी उनके रणनीतिक महत्व को दर्शाती है, हालांकि उनकी जानकारी अभी सार्वजनिक स्तर पर सीमित है।
प्रेस ब्रीफिंग में क्या कहा
कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकियों के ठिकानों को चुनिंदा ढंग से नष्ट करना था। यह भी सुनिश्चित किया गया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो। ऑपरेशन में केवल उन क्षेत्रों को टारगेट किया गया जहां आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता था और लॉन्चपैड के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।