पांढुर्णा। Road Accident : नेशनल हाईवे 47 पर वन्यजीवों की आवाजाही एक बार फिर हादसे का कारण बन गई। बीती रात करीब 9 बजे पांढुर्णा की मोही घाटी के पास स्थित जलाशय के समीप एक मादा तेंदुए की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। ग्रामीणों ने तेंदुए का शव सड़क किनारे देखा और तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
Road Accident : पांढुर्णा के रेंजर प्रभुराम के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मादा तेंदुए की मौत किसी तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की टक्कर से हुई है। घटना स्थल वन क्षेत्र के नजदीक होने के कारण यहां पहले भी वन्यजीवों की मौजूदगी दर्ज की जाती रही है।
वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के शव को कब्जे में लिया। पशु चिकित्सकों की टीम से पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिससे मौत की पुष्टि की जा सके।
Road Accident
यह हादसा वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे संवेदनशील इलाकों में हाईवे पर स्पीड कंट्रोल, चेतावनी संकेतक, और रात्रिकालीन निगरानी जैसे उपाय अनिवार्य किए जाने चाहिए, ताकि वन्यजीवों की अनचाही मौतों को रोका जा सके।
मोही घाटी पहले भी तेंदुए, सियार और जंगली सूअरों की आवाजाही के लिए चर्चित रही है, और अब यह क्षेत्र फिर से वन्यजीव-सड़क टकराव का प्रतीक बनता जा रहा है।