गरियाबंद। भीषण सड़क हादसा : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने एक बार फिर नियमों की अनदेखी और लापरवाही की कीमत बता दी। बार-बार चेतावनी और रोक के बावजूद पिकअप जैसे हल्के मालवाहक वाहनों में श्रमिकों को ढोने का चलन अब भी जारी है – और इसका नतीजा एक और जानलेवा हादसे के रूप में सामने आया है।
भीषण सड़क हादसा : बारूका मोड़ के पास एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराया। इस हादसे में 1 मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 3 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है, जहां उनका उपचार जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह पिकअप वाहन केबल बिछाने के कार्य में लगे कुल 7 श्रमिकों को लेकर पोंड से गरियाबंद की ओर आ रहा था। लेकिन नेशनल हाईवे 130C पर जैसे ही वाहन बारूका मोड़ के पास पहुंचा, चालक का नियंत्रण बिगड़ गया और पिकअप सीधे एक पेड़ से जा भिड़ी।
हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है।
गंभीर सवाल उठाते हैं ऐसे हादसे
प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी देने और मजदूरों को सुरक्षित ढोने की अपील के बावजूद ऐसे वाहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़कों पर दौड़ रहे हैं। गरियाबंद की इस घटना ने यह भी उजागर कर दिया है कि यातायात नियमों के पालन को लेकर निगरानी अभी भी कमजोर है।