भोपाल। Bhopal Breaking : मध्यप्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब हाईटेक तकनीक का सहारा लिया जाएगा। कर्मचारी चयन मंडल (ESB) अब उंगलियों की बजाय चेहरों से पहचान करेगा। इस नई फेस रिकग्निशन तकनीक से फर्जी कैंडिडेट को महज एक मिनट में पकड़ा जा सकेगा।
Bhopal Breaking : इस नई प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट कल होने वाली नर्सिंग भर्ती परीक्षा से शुरू किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, जुलाई से होने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में इस तकनीक को अनिवार्य रूप से लागू कर दिया जाएगा।
फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग बुजुर्गों के जीवन प्रमाण पत्र के सत्यापन और राष्ट्रीय स्तर की NEET परीक्षा में पहले से हो रहा है। अब यह सिस्टम मध्यप्रदेश की भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।