रायपुर: छत्तीसगढ़ रेलवे पुलिस में पदस्थ प्रधान आरक्षक जय कुमार वर्मा को पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने वर्ष 2017 में पुलिस आरक्षक भर्ती के दौरान लोगों से नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठे थे।
पीड़ित महेंद्र सिंह मानसर (49), निवासी परसदा, जिला जांजगीर-चांपा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी ने उनके भाई भूपेंद्र सिंह मानसर को राजनांदगांव जिला पुलिस बल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 10 लाख रुपये मांगे थे। आरोपी जय कुमार वर्मा उस समय रेलवे पुलिस विभाग में प्रधान आरक्षक के पद पर कार्यरत था।
महेंद्र सिंह, जो एक पैर से विकलांग हैं, ने अपनी जमीन गिरवी रखकर आरोपी को 9 लाख रुपये नकद दिए थे। साथ ही, एक अन्य आवेदक मनोज मिंज की मां द्वारा भी आरोपी को 3 लाख रुपये नकद दिए गए। इसके अतिरिक्त, महेंद्र सिंह ने एटीएम के माध्यम से भी 1 लाख रुपये आरोपी को दिए थे। बाद में जब भर्ती प्रक्रिया में भूपेंद्र और मनोज दोनों चयनित नहीं हुए, तो उन्होंने रकम वापस मांगी। आरोपी ने शुरुआत में टालमटोल किया, और बाद में सिर्फ 2 लाख रुपये लौटाए।
आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर सुपेला थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। जय कुमार वर्मा पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।