रायपुर/श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद छत्तीसगढ़ के 70 से ज्यादा श्रद्धालु कश्मीर में फंसे हुए हैं। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन राहत की बात यह है कि छत्तीसगढ़ के सभी नागरिक सुरक्षित हैं। राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुद फोन पर इन लोगों से बात की और उनका हालचाल जाना।
मुख्यमंत्री साय ने श्रद्धालुओं को भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ सरकार हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर राज्य सरकार विशेष व्यवस्था के तहत सभी को सकुशल वापसी के लिए मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “छत्तीसगढ़ के नागरिक देश के किसी भी कोने में हों, उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”
श्रद्धालु कर रहे थे अमरनाथ यात्रा और पर्यटन
फंसे हुए लोग अमरनाथ यात्रा या अन्य धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों की यात्रा पर निकले थे। पहलगाम हमले की खबर आने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने त्वरित संज्ञान लेते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन से संपर्क साधा और फंसे हुए लोगों की सूची तैयार करवाई। अधिकांश श्रद्धालु श्रीनगर और पहलगाम के आसपास अलग-अलग स्थानों पर ठहरे हुए हैं।
स्थानीय प्रशासन और हेल्पलाइन सतर्क
राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग और छत्तीसगढ़ भवन (नई दिल्ली) श्रद्धालुओं के संपर्क में है। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं, जिनके माध्यम से परिवारजन जानकारी ले सकते हैं। साथ ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने उठाए त्वरित कदम
मुख्यमंत्री साय की पहल पर राज्य सरकार ने एक विशेष कंट्रोल रूम भी स्थापित किया है, जो जम्मू-कश्मीर में मौजूद छत्तीसगढ़वासियों से लगातार संपर्क बनाए हुए है। कश्मीर में मौजूद स्थानीय पुलिस और सेना की मदद से इन लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है।
मुख्यमंत्री साय ने दिया भरोसा
“हम लगातार केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार के संपर्क में हैं। राज्य के सभी लोग सुरक्षित हैं, यह हमारे लिए सबसे बड़ा सुकून है। यदि परिस्थिति गंभीर हुई, तो राज्य सरकार चार्टर्ड फ्लाइट के माध्यम से भी लोगों को वापस लाने की व्यवस्था करेगी।” — विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़