CG NEWS :रामकुमार भारद्वाज/कोंडागांव :- लम्बे समय के इंतजार के बाद आखिरकार 1 एक दशक से बंद पड़े केशकाल बायपास मार्ग का निर्माण कार्य अब पुनः शुरू होने की उम्मीद जगी है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कोंडागांव जिले के केशकाल बायपास मार्ग को फोरलेन सड़क निर्माण करवाने के लिए लगभग 308 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी है। इस खबर के बाद क्षेत्रवासियों में काफी हर्ष का माहौल है। वहीं केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
CG NEWS :बस्तर की दशा और दिशा को नया रूप मिलेगा-
केशकाल के विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार ने विकास की गति को नई दिशा प्रदान किया है। इसी क्रम में आज केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग- 43 (नया NH-30) पर 11.380 किलोमीटर लंबाई वाले केशकाल बाईपास को पेव्ड शोल्डर मानक के साथ 4 लेन में अपग्रेड करने के लिए 307.96 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी है। इससे बस्तर की दशा और दिशा दोनो को नया स्वरूप मिलेगा। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी, केंद्रीय परिवहन एवं सड़क मंत्री नितिन गडकरी जी व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी का आभार व्यक्त करता हूँ।
CG NEWS :सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा
CG NEWS :उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में यह निर्माण सहायक होगी। फोरलेन सड़क परियोजनाएं यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। केशकाल की यह चार लेन सड़कें यातायात को सुगम सुव्यवस्थित बनाएंगी और यात्रा के समय को कम करेगी। इसके साथ ही सड़कें सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देगी और दुर्घटनाओं की संभावना को कम करेगी।
CG NEWS :बायपास बनने से बस्तर में व्यापार और वाणिज्य होगा सुविधाजनक
CG NEWS :इस सड़क के निर्माण से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और व्यापार और वाणिज्य को सुविधाजनक बनाएगी। खासकर केशकाल घाट खंड के चुनौतीपूर्ण इलाके में बाईपास एक सुगम, भीड़-भाड़ रहित मार्ग प्रदान करेगा, जिससे केशकाल घाट खंड में वर्तमान में अनुभव की जाने वाली यातायात बाधाओं को कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा इससे वाहनों की तेज और अधिक कुशल आवाजाही हो सकेगी। शहरी क्षेत्रों से भारी यातायात को हटाकर, बाईपास शहरी सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने, प्रदूषण के स्तर को कम करने और दुर्घटना के जोखिम को कम करने में मदद करेगा। जिससे शहर के भीतर पैदल चलने वालों और मोटर चालकों दोनों के लिए बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होगी।