नई दिल्ली। युद्ध जैसी तैयारी : देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर देश के 244 जिलों में 7 मई से सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल शुरू होने जा रही है। इसके तहत नागरिकों को युद्ध जैसी स्थिति में सुरक्षित रहने की रणनीतियों की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह कवायद ऐसे वक्त में हो रही है जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव चरम पर है।
दिल्ली में आयोजित हाईलेवल बैठक में गृह सचिव, राज्यों के मुख्य सचिव, सिविल डिफेंस प्रमुख और सेना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में युद्धकालीन आपात स्थितियों, हवाई हमलों की चेतावनी, ब्लैकआउट प्रोटोकॉल और नागरिक बचाव उपायों पर चर्चा हुई।
तीन बड़े शहरों में पहले ही शुरू हुई तैयारियां
लखनऊ, श्रीनगर और मुंबई जैसे बड़े शहरों में मॉक ड्रिल की शुरुआत सोमवार से ही कर दी गई है। यहां आम नागरिकों को बताया जा रहा है कि हवाई हमले, बमबारी या रासायनिक हमलों के दौरान खुद को कैसे सुरक्षित रखें।
रूस से 28 मई को मिलेगा ब्रह्मोस मिसाइल से लैस युद्धपोत
भारत को इस महीने रूस से एक अत्याधुनिक युद्धपोत मिलने वाला है, जो ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली से लैस होगा। यह जहाज रडार से बचने की क्षमता रखता है और हिंद महासागर में भारत की ताकत को कई गुना बढ़ा देगा।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का बयान बढ़ा रहा है टेंशन
इधर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत पर सैन्य कार्रवाई की आशंका जताते हुए कहा है कि “मोदी सरकार राजनीतिक लाभ के लिए क्षेत्र को परमाणु युद्ध की ओर धकेल रही है।” इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव और गहराने की संभावना है।
ब्लैकआउट प्रैक्टिस भी शुरू
रविवार और सोमवार की रात पंजाब के फिरोजपुर छावनी क्षेत्र में ब्लैकआउट प्रैक्टिस की गई, जिसमें गांवों और शहरों में 9 बजे से 9:30 बजे तक बिजली बंद रखी गई। यह अभ्यास युद्धकाल में रात के समय हवाई हमलों से बचाव की तैयारी का हिस्सा है।