धमतरी, 11 जून 2025 – CG News : धमतरी जिले के सिहावा विधानसभा क्षेत्र स्थित बेलरगांव में लगभग 52 लाख रुपये की लागत से निर्मित एक मिनी स्टेडियम आज विकास के दावों पर करारा तमाचा जड़ता हुआ एक खंडहर में तब्दील हो चुका है। दस साल पहले बना यह स्टेडियम, प्रशासन की घोर उपेक्षा और उदासीनता का जीता-जागता उदाहरण है, जहाँ खेल और सामाजिक गतिविधियों का सपना अधूरा रह गया है।
खेतों के बीच एक अविकसित सपना
सबसे हास्यास्पद और दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि 52 लाख रुपये खर्च करने के बावजूद, इस मिनी स्टेडियम तक पहुँचने के लिए आज तक कोई सड़क नहीं बन पाई है। स्टेडियम ऐसी जगह पर बनाया गया है, जिसके चारों ओर केवल खेत ही खेत हैं। बारिश के दिनों में या जब खेतों में फसलें खड़ी होती हैं, तो यहाँ तक पहुँचना किसी दुर्गम चुनौती से कम नहीं होता। स्थानीय खिलाड़ियों को खेत-खलिहानों से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे न सिर्फ फसलें खराब होती हैं, बल्कि खिलाड़ियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शराबियों और जुआरियों का अड्डा
स्थानीय युवाओं में इस स्टेडियम को लेकर गहरी निराशा है। उनका कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन उनकी किसी भी अपील पर ध्यान नहीं दिया गया। न तो स्टेडियम तक सड़क बनी, न इसका रखरखाव हुआ और न ही इसे कोई वास्तविक उद्देश्य मिल पाया। नतीजतन, आज यह मिनी स्टेडियम खिलाड़ियों के पसीने की जगह शराबियों और जुआरियों का अड्डा बन चुका है।
मैदान के चारों ओर बिखरी शराब की बोतलें, ताश के पत्ते, टूटी हुई बाउंड्रीवॉल और मैदान के ठीक बीचो-बीच खड़ा बिजली का पोल – ये सभी चीजे उस अदूरदर्शिता और लापरवाही की गवाही दे रहे हैं, जिसे प्रशासन ने ‘विकास’ के नाम पर अंजाम दिया है। यह बेलरगांव का मिनी स्टेडियम केवल एक इमारत नहीं, बल्कि जनता के पैसों की बर्बादी और प्रशासनिक उदासीनता का प्रतीक बन चुका है।