रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सख्त कार्यशैली का असर अब मैदान में साफ नजर आने लगा है। राज्य सरकार की “सुशासन तिहार” मुहिम के तहत दो अलग-अलग मामलों में त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि ‘जीरो टॉलरेंस’ सिर्फ नारा नहीं, अब सख्त अमल में है।
पहले मामले में, राज्य स्तरीय उड़नदस्ते की औचक जांच में बलौदाबाजार, महासमुंद और राजनांदगांव जिलों में अवैध शराब के नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ। कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग ने तीन सर्किल अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर दिया, जबकि छह वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।
वहीं, बेमेतरा जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े संविदा कर्मियों द्वारा लाभार्थियों से रिश्वत लेने की पुष्टि होने पर भी कड़ा एक्शन लिया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित कर्मचारियों को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकार का यह दो टूक संदेश है—भ्रष्टाचार और लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।