भोपाल।MP Breaking : मध्य प्रदेश की राजनीति में लंबे समय से अटकी निगम-मंडलों और प्राधिकरणों की नियुक्तियां अब जल्द ही आकार ले सकती हैं। संघ की सक्रिय भूमिका के चलते यह प्रक्रिया जून के पहले सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो इस बार चयन की प्रक्रिया में सरकार, पार्टी संगठन और संघ तीनों की समन्वित भूमिका देखने को मिलेगी।
प्रदेश में आगामी तबादला सत्र के बाद नियुक्तियों का रास्ता साफ होगा। चर्चा है कि प्रमुख पदों पर योग्य कार्यकर्ताओं को मौका देने को लेकर भीतरखाने मंथन शुरू हो चुका है। खास बात यह है कि पिछले डेढ़ वर्ष से कई पद खाली पड़े हैं, जिससे न केवल राजनीतिक कार्यकर्ताओं में असंतोष था, बल्कि शासन स्तर पर कई फैसलों में भी रफ्तार प्रभावित हो रही थी।
इन विभागों में होगी भरती
जानकारों के मुताबिक, इस बार सहकारी संस्थाओं, मंडी बोर्ड, निगम, मंडल, आयोग व प्राधिकरणों में नियुक्तियां होंगी। लंबे इंतजार के बाद यह नियुक्तियां न केवल राजनीतिक संतुलन साधने का प्रयास होंगी, बल्कि संगठनात्मक सन्देश भी देंगी कि कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत का प्रतिफल मिलेगा।
राजनीतिक सरगर्मियों को मिलेगा नया आयाम
माना जा रहा है कि इन नियुक्तियों से प्रदेश की राजनीतिक फिजा में नई हलचल आएगी और आगामी चुनावी समीकरणों पर भी इसका परोक्ष असर दिख सकता है।