नई दिल्ली। Stock Market : दुनिया एक बार फिर जंग के मुहाने पर खड़ी है। इजराइल और ईरान के बीच मिसाइलों की बारिश और ड्रोन हमलों ने वैश्विक बाजारों को डगमगा दिया है। अमेरिका की खुली दखलअंदाजी के बाद हालात और विस्फोटक हो गए हैं। इसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला है, जहां शुक्रवार को सेंसेक्स 573 अंक लुढ़ककर 81,118 पर बंद हुआ।
Stock Market : बाजार के जानकारों का कहना है कि अगर यह तनाव नहीं थमा, तो 16 जून से शुरू हो रहे कारोबारी हफ्ते में बाजार और बड़ी गिरावट झेल सकता है।
क्या है खतरे की जड़?
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका अब इजराइल की सुरक्षा में सीधे शामिल हो चुका है और वह ईरान की मिसाइलों को मार गिराने में मदद कर रहा है। वहीं, इजराइल लगातार ईरान के सैन्य ठिकानों और परमाणु बंकरों को निशाना बना रहा है। इससे कच्चे तेल के दाम में उबाल आ चुका है और निवेशकों में डर गहरा गया है।
सेंसेक्स-निफ्टी ही नहीं, मिड-स्मॉल कैप भी डरे
पिछले सप्ताह निफ्टी 50 में 1.14%, सेंसेक्स में 1.30%, बीएसई मिडकैप में 0.90% और स्मॉलकैप में 0.13% की गिरावट दर्ज की गई।
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आने वाले हफ्ते में बाजार को हिला सकते हैं ये 5 बड़े फैक्टर:
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ईरान-इजराइल युद्ध: टकराव और बढ़ा तो कच्चे तेल की कीमतें और चढ़ेंगी, जिससे ऑटो और एविएशन कंपनियों को नुकसान।
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फेडरल रिजर्व बैठक: ब्याज दरों पर फैसले से ग्लोबल निवेशक सतर्क।
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मानसून की चाल: ग्रामीण मांग और कृषि शेयरों पर प्रभाव।
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एफआईआई-डीआईआई मूवमेंट: विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने पहले ही डर बढ़ा दिया है।
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डॉलर बनाम रुपया: अमेरिकी डॉलर की मजबूती से रुपया कमजोर हो सकता है, जिससे इंपोर्ट आधारित कंपनियों पर असर पड़ेगा।
क्या करें निवेशक?
विशेषज्ञों की राय है कि निवेशक आईटी, फार्मा और ऑयल एंड गैस जैसे डिफेंसिव सेक्टर्स पर फोकस करें। हाई रिस्क वाले मिड और स्मॉलकैप शेयरों में फिलहाल निवेश से बचें।