रायपुर। छत्तीसगढ़ सहित देशभर में लागू आयुष्मान भारत और शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत मरीजों को अब तक 1800 से अधिक बीमारियों के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है। प्रदेश में 77 लाख से अधिक परिवारों को 50 हजार से लेकर 5 लाख रुपये तक के निःशुल्क उपचार का लाभ 1637 शासकीय और निजी अस्पतालों में मिल रहा है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि योजना में अभी भी गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, न्यूरोलॉजी और त्वचा संबंधी कई महंगे परीक्षण और उपचार शामिल नहीं हैं। इसके चलते मरीजों को इन जांचों और इलाज का खर्च खुद उठाना पड़ता है, जिससे योजना का वास्तविक लाभ सीमित हो जाता है। डॉक्टरों और स्वास्थ्य क्षेत्र के जानकारों ने सरकार से मांग की है कि इन गंभीर बीमारियों की जांच और उपचार को योजना में जोड़ा जाए ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को संपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा मिल सके।