जम्मू-कश्मीर | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 28 निर्दोष नागरिकों को आज पूरे देश ने अंतिम विदाई दी। शव जब अपने-अपने गृह जनपद पहुंचे, तो शोक की लहर फैल गई।
पुणे में बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी: कारोबारी दिनेश मिरानिया को उनकी बेटी ने सादगी के साथ मुखाग्नि दी। परिवार का दुख साफ झलक रहा था।
गुजरात में साथ जली पिता-पुत्र की चिता: एक ही परिवार के दो सदस्यों को एक साथ विदा किया गया। दृश्य बेहद भावुक और मन को झकझोर देने वाला था।
एमपी में पत्नी की चीखें: मध्य प्रदेश में एक शहीद की पत्नी अपने पति के शव से लिपटकर फूट-फूटकर रोई। हर आंख नम थी।
रायपुर में दिनेश का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार: बेटे शौर्य ने पिता को मुखाग्नि दी। पूरे शहर ने नम आंखों से विदाई दी।
पाकिस्तान के झंडे पर लोगों का गुस्सा: रायपुर में पाकिस्तान के झंडे पर लोगों ने थूका, जूते मारे। जनता के आक्रोश ने स्पष्ट कर दिया कि आतंक के खिलाफ अब सिर्फ शोक नहीं, विरोध भी है।
यह हमला सिर्फ शारीरिक क्षति नहीं, बल्कि पूरे देश के दिल पर हमला था। हर चिता के धुएं में सिर्फ एक आवाज थी—अब और नहीं।