इंदौर, मध्यप्रदेश: इंदौर में एक चौंकाने वाला ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक एनआरआई युवक को शादी का झांसा देकर करीब 2 करोड़ 68 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। घटना की शुरुआत एक मैट्रिमोनियल साइट से हुई, जहां युवक को ‘सिमरन’ नाम की एक युवती से विवाह प्रस्ताव मिला। आकर्षक प्रोफाइल और विनम्र व्यवहार ने युवक का विश्वास जीत लिया, लेकिन वह नहीं जानता था कि उसके साथ एक बड़ा साइबर फ्रॉड होने वाला है।
शुरुआत में सामान्य बातचीत व्हाट्सएप पर पहुंची और फिर वीडियो कॉल्स होने लगीं। ‘सिमरन’ खुद को पढ़ी-लिखी, संस्कारी और पारिवारिक लड़की बताकर युवक से भावनात्मक रिश्ता बनाने लगी। बातचीत के दौरान एक अन्य युवक ने भी भूमिका निभाई और सॉफ्टवेयर की मदद से लड़की की आवाज में युवक से बात करता रहा। कुछ महीनों की बातचीत और भरोसे के बाद सिमरन ने शादी की योजना का हवाला देकर युवक से कभी वीजा, कभी दहेज, तो कभी पारिवारिक परेशानियों के नाम पर कई किस्तों में पैसे ऐंठे। जब युवक को शक हुआ, तब तक वह करोड़ों रुपये ट्रांसफर कर चुका था।
एक वीडियो कॉल के दौरान जब युवक को प्रोफाइल की तस्वीर वाली लड़की नजर नहीं आई, तो उसे ठगी का एहसास हुआ। वह तत्काल भारत आया और इंदौर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया, जिन्होंने जांच में पाया कि इस फरेब के पीछे ‘विशाल’ नाम का युवक मास्टरमाइंड है। पुलिस ने आरोपी विशाल को अहमदाबाद से और सिमरन को इंदौर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि इनके पास कई फर्जी बैंक अकाउंट हैं, जिनके जरिए देश के विभिन्न राज्यों से पैसे ट्रांसफर किए गए थे। आरोपियों ने सॉफ्टवेयर के जरिए वॉयस चेंज कर कई लोगों को झांसे में लेने की बात कबूल की है।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार, सिमरन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि विशाल का रिमांड 21 तारीख तक बढ़ाया गया है। बैंक खातों की जानकारी इकट्ठा की जा रही है और संपत्तियों की जांच जारी है। पुलिस को आशंका है कि ये गिरोह अन्य लोगों को भी इसी तरह ठग चुका है। यह मामला साइबर अपराध के नए तरीकों की गंभीर चेतावनी है, खासकर उन लोगों के लिए जो ऑनलाइन रिश्तों पर भरोसा करते हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन संबंध में आर्थिक लेन-देन करने से पहले पूरी जांच और सतर्कता बरतें।