उज्जैन। Mahakal Aarti Live : आषाढ़ शुक्ल दशमी की शुभ बेला पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संचार देखने को मिला। ब्रह्म मुहूर्त में जब मंदिर के कपाट खुले, तो सैकड़ों श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’ की गूंज के साथ दर्शन को उमड़ पड़े। लेकिन इस बार की भस्म आरती और श्रृंगार पूजा में कुछ अलग ही दिव्यता और भव्यता देखने को मिली।
Mahakal Aarti Live : भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक – जिसमें दूध, दही, घी, शहद और मौसमी फलों का रस शामिल था – पूरे मंदिर परिसर को सुगंधित करता रहा। इसके बाद शिवलिंग पर बिल्व पत्र अर्पित कर दिव्य श्रृंगार आरंभ हुआ, जिसमें विशेष रूप से तैयार ड्रायफ्रूट माला, रुद्राक्ष हार, रजत की मुण्डमाला और शेषनाग का चांदी का मुकुट सजाया गया।
भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बना महाकाल का यह विशेष श्रृंगार, जिसमें महादेव को भोग के रूप में फल, मिष्ठान और पंचमेवा अर्पित किया गया। पूरा मंदिर परिसर घंटियों, मंत्रोच्चारण और भस्मारती की दिव्य ध्वनि से नहा उठा। श्रद्धालुओं ने इसे “अषाढ़ के शुभ आरंभ पर ईश्वर की विशेष झलक” करार दिया।
धार्मिक मान्यता है कि आषाढ़ मास में की गई महाकाल सेवा, पूरे वर्ष सुख-शांति और आरोग्य का आशीर्वाद देती है। इस दिन उज्जैन के मंदिर में जो अध्यात्म छलका, उसने भक्तों को भावविभोर कर दिया।