Education and Sports Promotion : नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने शिक्षा और खेल प्रोत्साहन नीति के तहत कई बड़े फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि अब सरकारी स्कूलों के 10वीं कक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को लैपटॉप वितरित किए जाएंगे। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक लाने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि भी दोगुनी से अधिक बढ़ा दी गई है।
ओलंपिक गोल्ड विजेता को अब मिलेंगे 7 करोड़ रुपये
अब तक ओलंपिक में पदक जीतने पर दिल्ली सरकार की ओर से गोल्ड मेडल के लिए 3 करोड़, सिल्वर के लिए 2 करोड़ और ब्रॉन्ज के लिए 1 करोड़ रुपये दिए जाते थे। नई घोषणा के तहत अब गोल्ड मेडलिस्ट को 7 करोड़, सिल्वर को 5 करोड़ और ब्रॉन्ज को 3 करोड़ रुपये की इनामी राशि मिलेगी।
इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स और नेशनल गेम्स में जीत दर्ज करने वाले खिलाड़ियों की इनामी राशि भी बढ़ाई गई है। पड़ोसी राज्यों की तुलना में अब दिल्ली खिलाड़ियों को न केवल अधिक इनाम देगी, बल्कि उन्हें नौकरी देने में भी अग्रणी भूमिका निभाएगी। ओलंपिक में गोल्ड और सिल्वर पदक विजेताओं को ग्रुप-A की और ब्रॉन्ज विजेताओं को ग्रुप-B की सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया गया है।
स्कूल शिक्षा में बदलाव: 10वीं के टॉपर्स को मिलेंगे लैपटॉप
दिल्ली सरकार ने यह भी घोषणा की है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले 1200 मेधावी छात्रों को I-7 प्रोसेसर वाले लैपटॉप वितरित किए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य मेधावी छात्रों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाना और उच्च शिक्षा के लिए तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराना है।
ICT लैब की स्थापना की जाएगी
दिल्ली सरकार के अनुसार राजधानी में 1074 सरकारी स्कूल हैं, लेकिन अधिकांश में कार्यरत कंप्यूटर लैब नहीं हैं। वर्तमान में CSR के तहत 100 ICT लैब बन चुके हैं और केंद्र सरकार की सहायता से बने 907 लैब लंबे समय से निष्क्रिय हैं। इस स्थिति को सुधारते हुए अब 175 सरकारी स्कूलों में नई ICT लैब स्थापित की जाएंगी। प्रत्येक लैब में 40 कंप्यूटर होंगे और ये लैब्स CBSE द्वारा स्वीकृत पैरामीटर्स पर आधारित होंगी।
खिलाड़ियों के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन
- हर नेशनल और स्टेट स्तर के खिलाड़ी को 5 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- एलीट स्पोर्ट्सपर्सन को प्रतिवर्ष 30 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
- अन्य राष्ट्रीय खेल आयोजनों में मेडल जीतने वालों को A, B और C ग्रेड की नौकरियां प्रदान की जाएंगी।
सरकार का उद्देश्य: शिक्षा और खेल दोनों में दिल्ली को अग्रणी बनाना
सरकार का मानना है कि इस प्रकार की योजनाएं न केवल छात्रों और खिलाड़ियों को प्रेरित करेंगी, बल्कि दिल्ली को देश की अग्रणी शिक्षा और खेल राजधानी बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम होंगी।