भोपाल, 17 अप्रैल: राजधानी भोपाल में पशु क्रूरता का एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक युवक को एक बकरे के पैर बांधकर उसे बुरी तरह पीटते हुए देखा जा सकता है। यह दिल दहला देने वाली घटना भोपाल के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित नूर महल इलाके के अल-रशीद अस्पताल के पास की बताई जा रही है। वीडियो में युवक बेजुबान बकरे के साथ बर्बरता की सारी हदें पार करता नजर आ रहा है। उसने न केवल बकरे के पैर कसकर बांधे, बल्कि उसे बार-बार लात-घूंसे और थप्पड़ों से मारा। वीडियो को देखकर सोशल मीडिया पर लोगों में गहरा आक्रोश है।
बताया जा रहा है कि आरोपी युवक का नाम नदीम उर्फ अल्फी है। जब वह यह कृत्य कर रहा था, उसी समय वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। हालांकि अभी तक इस घटना को लेकर पुलिस थाने में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन वीडियो के तेजी से वायरल होने और लोगों की प्रतिक्रिया को देखते हुए जल्द ही पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। इस घटना के बाद पशु प्रेमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। उनका कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी जानवर के साथ इस तरह की बर्बरता हुई हो। पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन सख्त कार्रवाई नहीं होने से अपराधियों के हौसले बुलंद रहते हैं।
पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से आरोपी के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। भारत में पशु क्रूरता के खिलाफ कानून मौजूद हैं, जिनमें भारतीय दंड संहिता की धारा 429 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर आरोपी को जुर्माने के साथ-साथ जेल की सजा भी हो सकती है। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर लोग काफी सक्रिय हैं और #JusticeForBakra तथा #AnimalCruelty जैसे हैशटैग के साथ न्याय की मांग कर रहे हैं। यह मामला न केवल एक बेजुबान जानवर के साथ अमानवीय व्यवहार का है, बल्कि समाज की उस संवेदनहीनता को भी उजागर करता है, जो आज भी जीवों के अधिकारों को गंभीरता से नहीं लेती।
अब देखना यह होगा कि वायरल वीडियो के बाद प्रशासन इस पर कितनी तेजी और गंभीरता से कार्रवाई करता है। समाज की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाए और न्याय सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाए।