कोंडागांव, छत्तीसगढ़ — जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे के बाद राजनीतिक तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, एक कांग्रेस नेता की मौत बीजेपी नेता की तेज रफ्तार कार की टक्कर से हो गई, जिसके बाद क्षेत्र में भारी हंगामा मच गया है। गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शव को कोण्डागांव-नारायणपुर नेशनल हाईवे पर रखकर चक्का जाम कर दिया और आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने व उसकी गिरफ्तारी की मांग की। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मृतक कांग्रेस नेता को एक बीजेपी नेता की कार ने तेज रफ्तार में टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना न सिर्फ एक दुखद दुर्घटना के रूप में देखी जा रही है, बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ता इसे एक “सोची-समझी साजिश” बता रहे हैं और बीजेपी नेता पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
मोहन मरकाम ने कोंडागांव जिला मुख्यालय तक लगभग 20 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए मृतक के शव को कंधे पर लेकर न्याय की मांग की। इस पैदल मार्च में उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, स्थानीय ग्रामीण और समर्थक शामिल हुए।
हादसे के तुरंत बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आक्रोश में आकर हाईवे पर मृतक का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस विरोध में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती और गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे आंदोलन खत्म नहीं करेंगे।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। स्थिति को देखते हुए इलाके में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है। प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मोहन मरकाम भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए प्रशासन पर जल्द कार्रवाई का दबाव बनाया।
यह घटना कोण्डागांव जिले में राजनीतिक तनाव का नया कारण बन गई है। एक तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता हत्या का आरोप लगाते हुए आक्रोश में हैं, वहीं प्रशासन इस मामले को दुर्घटना बताते हुए जांच कर रहा है। फिलहाल पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।