Priyanshu Murder Case : औरंगाबाद, बिहार। कहते हैं रिश्तों की बुनियाद भरोसे पर होती है, लेकिन जब यही भरोसा खून से लथपथ हो जाए, तो इंसानियत भी कांप उठती है। बिहार के औरंगाबाद में सामने आया प्रियांशु हत्याकांड ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला है, जहां एक नई-नवेली दुल्हन ने अपने ही पति की हत्या की साजिश अपने 60 साल के आशिक फूफा के साथ मिलकर रची — और उसे शूटर्स की सुपारी देकर अंजाम तक पहुंचाया। यह कहानी सिर्फ एक मर्डर की नहीं है, बल्कि एक ऐसे गुप्त रिश्ते की है जो 14 सालों तक छिपा रहा, और जब उसकी राह में शादी नाम की दीवार आई, तो उसे हटाने के लिए जिंदगी खत्म कर दी गई।
शादी के 45वें दिन गोलियों से छलनी
10 मई को गुंजा और प्रियांशु की शादी हुई थी। सबकुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन 24 जून की शाम जब प्रियांशु ट्रेन से उतर कर अपने दोस्तों संग बाइक से गांव लौट रहा था, तभी सिंदुरिया गांव के पास दो बाइक सवार युवकों ने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से फायरिंग कर दी। आठ गोलियां चलाई गईं, जिनमें से चार सिर में लगीं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
Priyanshu Murder Case खूनी साजिश: दुल्हन, फूफा और सुपारी किलर्स
जांच में जो सामने आया, उसने पुलिस से लेकर समाज तक सबको हिला दिया। प्रियांशु की पत्नी गुंजा, जो हत्या के बाद सदमे में दिख रही थी, असल में इस मर्डर की मास्टरमाइंड निकली। और उसका साथ दिया उसके सगे फूफा जीवन सिंह ने — जिससे गुंजा का 15 साल पुराना अफेयर था। सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से सामने आया कि गुंजा अपनी ही शादी के दिन फूफा से 99 बार फोन पर बात कर चुकी थी। यही नहीं, उसने दो मोबाइल इस्तेमाल किए — एक ससुराल वालों के लिए, दूसरा सीक्रेट अफेयर के लिए।
कैसे शुरू हुआ ये रिश्ता?
गुंजा जब 16 साल की थी, तो उसे उसके पिता ने पढ़ाई के लिए अपनी बहन यानी बुआ के पास भेजा। वहीं उसका फूफा जीवन सिंह, जो कि ट्रांसपोर्ट कारोबारी है, उससे करीब आने लगा और दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन गए। ये सिलसिला 14 साल तक चलता रहा, लेकिन जब गुंजा की शादी की बात आई, तो रिश्ते की पोल खुलने का डर सताने लगा। जीवन सिंह ने शादी रोकने की कोशिश की, खुदकुशी की धमकी दी, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो प्रियांशु को रास्ते से हटाने का फैसला लिया गया।
शूटर्स, पैसे और कत्ल का प्लान
जीवन सिंह ने गढ़वा (झारखंड) से दो शूटर्स हायर किए। गुंजा ने खुद प्रियांशु की तस्वीर और लोकेशन भेजी। 22 जून को हत्या की पहली कोशिश भी हुई, लेकिन भीड़ के कारण असफल रही। आखिरकार, 24 जून को जैसे ही प्रियांशु ट्रेन से उतरा, पहले से घात लगाए बैठे शूटरों ने गोलियों से उसकी जान ले ली।
प्यार या लालच?
जीवन सिंह ने गुंजा से वादा किया था कि अगर वह प्रियांशु को मार दे, तो उसे 40 लाख रुपये और जमीन का एक टुकड़ा देगा। यही नहीं, शादी के बाद भी गुंजा ने अपने ससुराल से जीवन को प्राइवेट फोटो और वीडियो भेजे थे, जिनका पता मोबाइल की फॉरेंसिक जांच से चला।
अब सलाखों के पीछे प्यार का खेल
पुलिस ने गुंजा और जीवन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। गढ़वा के दोनों शूटर भी हिरासत में हैं। अब आगे की जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि क्या यह पहली बार था, या जीवन सिंह पहले भी इसी तरह शादियों को तुड़वा चुका है?