Sehore News : सीहोर। शिवलिंग की ज्योति और मन की ज्योति का संगम, आध्यात्मिक और दार्शनिक दृष्टिकोण से, एक गहन विषय है। यह प्रकाश और चेतना के मिलन का प्रतीक है, जहां भौतिक ज्योति (शिवलिंग) और आंतरिक ज्योति (मन की ज्योति) एक साथ आते हैं। शिवलिंग और हमारे हृदय की ज्योति का मिलन हमे ऊर्जा देता है। जिसके बल पर हम सदमार्ग की और अनुसरण करते है।
Sehore News : उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ कुबेरेश्वरधाम पर जारी पांच दिवसीय आन लाइन शिव महापुराण के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे। बुधवार को हजारों की संख्या में कांवड लेकर और श्रद्धालु धाम पर पहुंचे और पूर्ण विधि-विधान से पूजा अर्चना की। गुरुवार को शहर के सीवन घाट से डाक कावड सुबह नौ बजे समिति के व्यवस्थापक पंडित समीर शुक्ला, विनय मिश्रा आदि के द्वारा निकाली जाएगी और आगामी छह अगस्त को भव्य कावड यात्रा की तैयारियां की जा रही है। जिसमें लाखों श्रद्धालुओं आऐंगे।
Sehore News : इस मौके पर उन्होंने श्रद्धालुओं से कहाकि आप लोग कांवड लेकर करीब 11 किलोमीटर की यात्रा करते हुए आ रहे है, यह बल आपको कौन दे रहा है, यह आपका आत्मबल है। जब आप भक्ति की शक्ति के संगम में रहते है तो आपको यात्रा के दौरान कोई भी कठिनाई नहीं होती है। भूख-प्यास आदि समाप्त हो जाती है, यही शक्ति आपको सकारात्मकता से लबरेज करती है, इस भक्ति और विश्वास से आप शिव को प्राप्त कर सकते है। बुधवार को आन लाइन शिव महापुराण के दौरान पंडित श्री मिश्रा ने कथा के दौरान शमी और वेलपत्र के पौधों के महत्व के बारे में बताया और मायासुर आदि के बारे में विस्तार से बताया।
Sehore News : रोग मुक्ति के लिए शिव की आराधना
Sehore News : बुधवार को कथा के तीसरे दिन पंडित श्री मिश्रा ने यहां पर आए श्रद्धालुओं के पत्र का अध्ययन करते हुए बताया कि शिव तत्व किसे कहते है, तेरी कृपा क्या है भरोसा भजन सुनाते हुए कहाकि भगवान पर किया विश्वास कभी खाली नहीं जाता है। उन्होंने राजस्थान के डोगरपुर से आई निर्मला ने बताया कि एक लोटा जल हर समस्या का हल है, उनके कान में रोग था, लेकिन शिव की कृपा से उनको रोग से मुक्ति मिली है, वहीं उत्तरप्रदेश की स्वाति अग्रवाल के पेट में दर्द था, जांच में पता चला कि गांठ है और उसके पश्चात उन्होंने डॉक्टर की दवाई के साथ भगवान शिव की भक्ति की अब वह ठीक है।