इंदौर/शिलांग। Raghuvanshi Murder Case : इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस ने अब तक की सबसे अहम जानकारी साझा की है। मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सियेम के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों सोनम रघुवंशी और राज कुशवाह ने पूछताछ के दौरान हत्या की साजिश और आपसी प्रेम संबंध को स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने पुष्टि की है कि दोनों ने अपराध कबूल लिया है, इसलिए अब नार्को टेस्ट की जरूरत नहीं है।
Raghuvanshi Murder Case : एसपी विवेक सियेम ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार नार्को परीक्षण तभी कराया जाता है जब सबूत कम हों या आरोपियों से स्पष्ट बयान न मिल रहा हो। मगर इस केस में आरोपियों की स्वीकारोक्ति और तकनीकी साक्ष्य मजबूत हैं। अब फोकस एक कानूनी रूप से मजबूत चार्जशीट तैयार करने पर है।
तोमर और जेम्स की भूमिका भी जांच के घेरे में
इस बीच जांच की दिशा उस वक्त बदली जब सोनम द्वारा छोड़े गए बैग की भूमिका सामने आई। बताया जा रहा है कि इंदौर के जिस फ्लैट में सोनम रुकी थी, वह एक इन्फ्रास्ट्रक्चर कारोबारी लोकेंद्र तोमर का है। फ्लैट से हटाए गए बैग में एक देशी पिस्टल, सोनम का मोबाइल, राजा के गहने और 5 लाख नकद थे। शक जताया जा रहा है कि तोमर या प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स ने साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से बैग हटाया। पुलिस दोनों से पूछताछ की तैयारी में है और साक्ष्य से छेड़छाड़ के आरोप भी लगाए जा सकते हैं।
हत्या में तांत्रिक क्रिया का एंगल
शिलांग पुलिस की SIT को जांच में एक और चौंकाने वाला मोड़ मिला है। सूत्रों के मुताबिक, अब तांत्रिक क्रिया के एंगल को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस को शक है कि राजा की हत्या केवल प्रेम-प्रसंग या लालच में नहीं, बल्कि किसी तांत्रिक विश्वास या योजना का हिस्सा भी हो सकती है। इसके लिए सोनम के दोस्तों और उनकी डिजिटल बातचीत की गहन पड़ताल शुरू कर दी गई है।
इंदौर में जुट रहे साक्ष्य
SIT की एक टीम इन दिनों इंदौर में सक्रिय है और फ्लैट से जुड़े लोगों, गवाहों और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि केस में और भी कई किरदार सामने आ सकते हैं, जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस साजिश में भूमिका निभाई है।