नीमच, मध्य प्रदेश: MP News : मध्य प्रदेश के नीमच जिले में न्याय की गुहार लगा रहे एक शख्स ने विरोध का ऐसा अनूठा तरीका अपनाया है, जो हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। अठाना गांव के कृष्ण कुमार धाकड़, जो कभी यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, अब अपनी चाय की दुकान ‘498ए टी कैफे’ पर हथकड़ी पहनकर चाय परोसते हैं। उनकी दुकान पर लगी होर्डिंग और सजावट, उनके व्यक्तिगत संघर्ष की कहानी बयां करती है।
MP News : न्याय की लड़ाई में बदला जीवन का रास्ता
कृष्ण कुमार धाकड़ की 2018 में शादी हुई थी। शादी के बाद उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू किया, जिसने एक साल में ही अच्छी रफ्तार पकड़ ली और शहद के ऑर्डर दूर-दूर से आने लगे। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 2022 में उनकी पत्नी अचानक रूठकर मायके चली गईं, जिसके बाद उनका चलता-फिरता कारोबार ठप हो गया।
कुछ महीनों बाद धाकड़ की पत्नी ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना के आरोप में IPC की धारा 498A और भरण-पोषण के लिए धारा 125 के तहत कोर्ट में केस दर्ज करवा दिया। इस घटना ने धाकड़ के जीवन को पूरी तरह बदल दिया।
‘जब तक नहीं मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय’
पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए इन मुकदमों से आहत होकर, धाकड़ ने अपने ससुराल के क्षेत्र में ही एक चाय की दुकान खोल दी और उसे ‘498ए टी कैफे’ नाम दिया। दुकान में उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से वरमाला और सेहरा भी सजा रखा है। दुकान के बाहर लगी होर्डिंग पर उनके संघर्ष को दर्शाते नारे लिखे हैं: ‘जब तक नहीं मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय’ और ‘आओ चाय पर करें, 125 में कितना देना पड़ेगा खर्चा!’
कृष्ण कुमार धाकड़ का कहना है कि जब तक उन्हें अपनी पत्नी से जुड़े मामले में न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वह इसी तरह चाय की दुकान चलाकर अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। उनका यह अनूठा विरोध प्रदर्शन उन लोगों के लिए एक आवाज़ बन गया है, जो कथित तौर पर इन कानूनी धाराओं के दुरुपयोग का शिकार होते हैं।