MP NEWS : भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में एक बार फिर बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। इस बार मुद्दा बना है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का मंच पर न बैठने का फैसला। हाल ही में कांग्रेस कार्यक्रम में उन्होंने मंच साझा करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद अब इस निर्णय को लेकर सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है।
MP NEWS : BJP के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने दिग्विजय सिंह के इस कदम पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि,दिग्विजय सिंह का मंच पर न बैठना एक सोची-समझी रणनीति है। वे जीतू पटवारी को असफल साबित करना चाहते हैं। ये कदम सिर्फ खोई हुई लोकप्रियता को वापस लाने और अपने बेटे को पार्टी में स्थापित करने की असफल कोशिश है।
MP NEWS : आशीष अग्रवाल ने कहा कि, “अब सवाल यह उठता है कि दिग्विजय सिंह मंच पर बैठें भी तो क्यों? जब उद्देश्य पार्टी के नेतृत्व को कमजोर करना हो, तब इस तरह की ‘विनम्रता’ केवल दिखावा होती है।दूसरी ओर, दिग्विजय सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम पर सोशल मीडिया के जरिए सफाई दी। उन्होंने कहा:”मेरा मंच पर न बैठने का निर्णय केवल व्यक्तिगत विनम्रता नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस संगठन को विचारधारात्मक रूप से सशक्त करने की सोच का हिस्सा है। यह कांग्रेस की मूल विचारधारा ‘समता, अनुशासन और सेवा’ का प्रतीक है।”
MP NEWS : दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नया विश्वास और ऊर्जा चाहिए, और इसके लिए संगठन में जितनी अधिक सादगी होगी, उतनी ही अधिक सुदृढ़ता आएगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि** इस पूरे घटनाक्रम से एक बार फिर कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति उजागर हुई है, वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस की अंतर्कलह बताकर हमलावर हो गई है। अब देखना होगा कि कांग्रेस इस बयानबाज़ी के जवाब में क्या रणनीति अपनाती है।