सावन माह | Mangala Gauri Vrat : के पावन अवसर पर इस वर्ष का दूसरा मंगला गौरी व्रत 22 जुलाई 2025, मंगलवार को मनाया जाएगा। यह व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा मां पार्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए रखा जाता है। इस दिन महिलाएं सुख-समृद्धि, अखंड सौभाग्य और दांपत्य जीवन की मंगलकामना हेतु उपवास रखकर विशेष पूजा करती हैं।
Mangala Gauri Vrat : पूजा का शुभ मुहूर्त:
मंगला गौरी व्रत की पूजा का शुभ समय प्रात: 06:03 बजे से लेकर 08:35 बजे तक उत्तम माना गया है। इस दौरान महिलाएं व्रत कथा सुनती हैं, मां गौरी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराकर श्रृंगार करती हैं और 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करती हैं।
धार्मिक मान्यता:
मान्यता है कि मंगला गौरी व्रत करने से विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं और वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्थायित्व आता है। नवविवाहित महिलाएं पहले पांच साल तक लगातार सावन के हर मंगलवार को यह व्रत करती हैं।
Mangala Gauri Vrat
क्या करें इस दिन:
-
सुबह स्नान कर के स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
-
मां पार्वती को लाल वस्त्र पहनाएं और सिंदूर, चूड़ी, बिंदी, मेहंदी आदि चढ़ाएं।
-
व्रत कथा अवश्य पढ़ें या सुनें।
-
गरीब महिलाओं को वस्त्र, श्रृंगार सामग्री या भोजन दान करें।
इस पावन दिन पर मां गौरी की सच्चे मन से आराधना करने से जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। अगर चाहें तो मैं इससे संबंधित सोशल मीडिया टैग्स भी दे सकता हूँ।