मंदसौर: जिले की प्रसिद्ध गोपाल कृष्ण गौशाला में गायों की दयनीय स्थिति और अव्यवस्थाओं का अमानवीय चेहरा सामने आया है। 26 जून को हुए औचक निरीक्षण में गौशाला में फैली गंदगी, अव्यवस्था और मृत गायों के अवशेष मिलने से स्थानीय लोगों और गोरक्षा संगठनों में भारी आक्रोश फैल गया है। निरीक्षण के दौरान गौशाला के पीछे मृत गायों की हड्डियां और सिंग पड़े मिले, जिन्हें कुत्ते नोचते हुए देखे गए। भीतर बारिश और गंदगी के कारण कई गायें असहज स्थिति में मिलीं। भीड़भाड़ के चलते गाय के बछड़े पैरों तले कुचले जा रहे हैं, और गौशाला प्रबंधन स्थिति को संभालने में असमर्थ नजर आया।
मंदसौर: इस खुलासे के बाद सर्व हिंदू समाज और छत्रपति शिवाजी राजे संगठन ने गांधी चौराहा पर विरोध प्रदर्शन किया और प्रबंधन समिति को हटाकर नई समिति गठन की मांग उठाई। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से मांग की कि गौशाला में गायों की देखभाल की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गोरक्षकों का आरोप है कि निरीक्षण टीम के कॉल पर गौशाला प्रबंधन न तो जवाब देता है, न ही संतोषजनक सूचना। ऐसे में उन्होंने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार नीलेश पटेल को ज्ञापन सौंपा, जिसमें तत्काल कार्रवाई और नई समिति गठित करने की मांग की गई है।
इस पूरे घटनाक्रम ने पशु कल्याण और गौशालाओं की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गौमाता की सेवा के नाम पर चलाई जा रही गौशालाएं अगर इस स्थिति में हैं, तो यह संवेदनशील धार्मिक और सामाजिक मुद्दा बन जाता है। प्रशासन से उम्मीद जताई जा रही है कि वे इस विषय को गंभीरता से लेंगे और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाएंगे, साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे कि गौशालाओं में गायों को सम्मान, सुरक्षा और समुचित देखभाल मिले।