जशपुर | Jashpur News : छत्तीसगढ़ सरकार की बहुप्रचारित सौर सुजला योजना में जशपुर जिले से भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतें सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही योजना के क्रियान्वयन में अनियमितताओं की परतें खुल रही हैं, जिससे विभागीय जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक, जशपुर जिले में एक सहायक अभियंता द्वारा सौर पंपों की आपूर्ति और स्थापना में भारी गड़बड़ी की गई है। ठेकेदारी प्रक्रिया में पारदर्शिता की जगह चहेते ठेकेदारों को मनमाने तरीके से काम सौंपा गया, जबकि तकनीकी मापदंडों की अनदेखी की गई।
स्थानीय ग्रामीणों और किसानों ने आरोप लगाया है कि उन्हें योजना का वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है, जबकि कागज़ों में सब कुछ ‘सही’ दिखाया गया है। इस पूरे खेल में सत्ता से जुड़े लोगों के संरक्षण की भी चर्चा है, जिससे प्रशासनिक कार्रवाई की निष्पक्षता पर शंका जताई जा रही है।
विपक्ष ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिले जशपुर में ही यदि भ्रष्टाचार बेलगाम है, तो राज्य के बाकी जिलों का क्या हाल होगा? उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल, जिला प्रशासन ने मामले की प्राथमिक जांच शुरू करने की बात कही है, लेकिन जनता की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या यह भी महज़ एक औपचारिकता बनकर रह जाएगी?