भोपाल/देवास। Dewas MP News : मध्यप्रदेश के देवास जिले के खिवनी अभ्यारण्य क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने इस कार्रवाई को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया— “बिना नोटिस, बिना सूचना आदिवासी परिवारों को जबरन उजाड़ा गया। इन आसुओं का हिसाब होगा, बहुत जल्द देवास में मिलते हैं।”
Dewas MP News : भूरिया ने सवाल उठाया कि क्या यही है “सबका साथ, सबका विकास”? उन्होंने सरकार पर आदिवासी अधिकारों की अनदेखी और क्रूरता का आरोप लगाया।
वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर भ्रम फैलाने और वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि “जब गरीबों को घर मिलते हैं, तब कांग्रेस को दिखता अन्याय।” उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई 10 साल में चार बार नोटिस देने के बाद की गई है, और जिन 32 परिवारों पर कार्रवाई हुई, उनमें से 49 लोगों को पहले ही पीएम आवास मिल चुका है।
बीजेपी ने यह भी बताया कि प्रत्येक प्रभावित को ₹20,000 की मानवीय सहायता और 6 महीने का राशन दिया गया है। अग्रवाल ने कांग्रेस पर “कैमरा पॉलिटिक्स” करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस केवल भ्रम फैलाकर राजनीति करना चाहती है।
अब यह मामला केवल अतिक्रमण का नहीं बल्कि आदिवासी अधिकारों और राजनीतिक एजेंडे की टकराहट बन चुका है, जिसमें एक तरफ सरकार की “विकास नीति” है, तो दूसरी तरफ आदिवासियों के साथ “न्याय” का सवाल उठाया जा रहा है।