कोण्डागांव (छत्तीसगढ़) – छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव जिले में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम ने नारायणपुर सीमा से लगे किलम–मरकामपाल के घने जंगलों में मुठभेड़ के दौरान दो कुख्यात इनामी नक्सलियों को मार गिराया। यह मुठभेड़ मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को हुई, जब पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि इलाके में 15 से 20 नक्सली सक्रिय हैं। सूचना मिलते ही त्वरित एक्शन टीम को इलाके में रवाना किया गया। जंगल में पहुंचते ही सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक मुठभेड़ चली। मुठभेड़ के शांत होने के बाद इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें दो नक्सलियों के शव बरामद किए गए।
पुलिस अधीक्षक येदुवेल्ली अक्षय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि मारे गए नक्सलियों की पहचान आमदई एरिया कमेटी के प्रमुख और ईस्ट बस्तर डिवीजन कमेटी के सदस्य होलधर कश्यप तथा आमदई एरिया कमेटी के सदस्य रामे सोरी के रूप में हुई है। होलधर कश्यप पर आठ लाख और रामे सोरी पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। दोनों लंबे समय से क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों में सक्रिय थे और पुलिस को इनकी तलाश थी। मुठभेड़ के बाद जब इलाके की तलाशी ली गई तो घटनास्थल से एक एके-47 राइफल, एक पिस्टल, जिंदा कारतूस, विस्फोटक सामग्री और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की गईं। यह ऑपरेशन नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इस कार्रवाई को बड़ी रणनीतिक सफलता करार दिया है। इससे न सिर्फ क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों के हौसले पस्त होंगे, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशनों से नक्सल प्रभावित इलाकों में धीरे-धीरे शांति बहाल हो रही है। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है और संभावित ठिकानों पर लगातार सर्चिंग की जा रही है ताकि किसी भी नक्सली गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।