Big Breaking: बिलासपुर शहर में एक बार फिर बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि दो युवकों ने खुद को प्रभावशाली बताकर छह युवाओं से बिजली विभाग सहित विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उनसे करीब 50 लाख रुपये ठग लिए। ठगी का भंडाफोड़ तब हुआ जब एक युवक बिजली विभाग में “सहायक अभियंता” के पद पर फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचा। अधिकारियों ने दस्तावेज की जांच की तो वह पूरी तरह फर्जी निकला।
Big Breaking: पीड़ितों में हेमूनगर निवासी मोनिशा सिंह समेत पांच अन्य युवक-युवतियां शामिल हैं, जिन्होंने कोतवाली थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, अम्बिकापुर निवासी रजत गुप्ता और दुर्ग निवासी प्रिया देशमुख ने खुद को ऊंचे अधिकारियों से जुड़ा हुआ बताकर सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया था। इन युवाओं से लाखों रुपये लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए गए। जब नियुक्तियों की सच्चाई सामने आई और पैसे वापस मांगे गए, तो दोनों आरोपी टालमटोल करने लगे और फिर अचानक फरार हो गए।
Big Breaking: कोतवाली पुलिस ने रजत गुप्ता और प्रिया देशमुख के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर बेरोजगार युवाओं को सतर्क रहने की चेतावनी दी है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से नौकरी के नाम पर पैसे न दें और सभी दस्तावेजों की जांच सरकारी माध्यम से ही करें।