रायपुर, 31 मई 2025 – अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक का समापन आज रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में हुआ। इस त्रिदिवसीय बैठक (29-31 मई) का उद्घाटन ABVP के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी और राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया था। बैठक की शुरुआत छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति और पारंपरिक वाद्ययंत्रों के स्वागत कार्यक्रम से हुई, जिसमें देशभर से आए प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया गया था।
इस आयोजन में ‘नागरिक अभिनंदन समारोह’ में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पाटेश्वर धाम बालोद के संत बालयोगेश्वर रामबालक दास महात्यागी, स्वागत समिति के अध्यक्ष नितिन गौरीशंकर अग्रवाल, सचिव धवल शाह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित बघेल, मंत्री यज्ञदत्त वर्मा समेत रायपुर के अनेक गणमान्य नागरिक और व्यवसायी शामिल हुए थे। समारोह में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक छवि भी आकर्षण का केंद्र रही।
शिक्षा, सुरक्षा और युवाओं की भूमिका पर केंद्रित मंथन
बैठक में पहले दिन चार प्रमुख प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जिनमें कोचिंग संस्थानों पर नियमन, कुलपतियों की नियुक्ति में देरी, विश्वविद्यालयों में राजनीतिक हस्तक्षेप, भारत की आंतरिक सुरक्षा तथा वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका जैसे विषय शामिल हैं। इन प्रस्तावों पर गहन चर्चा के बाद 31 मई को पारित किया गया।
डॉ. राजशरण शाही ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य आनंदमय कोश तक पहुँचना चाहिए, और इसके लिए शिक्षालयों को रचनात्मक बनाना होगा। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ यह भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया थी। कुलपतियों की नियुक्ति में हो रही देरी को उन्होंने देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया।
डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद केवल छात्र हितों तक सीमित न रहकर, समाज के व्यापक हित में भी कार्य कर रही है। उन्होंने जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में वामपंथी प्रभाव को चुनौती देने की उपलब्धि का उल्लेख किया और कहा कि ABVP की कार्यप्रणाली समाज में सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा बन चुकी है।
मुख्यमंत्री ने की सराहना
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ABVP की इस राष्ट्रीय बैठक को युवाओं की राष्ट्रभक्ति और ऊर्जा को दिशा देने वाला मंच बताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अब नक्सलवाद के अंत की ओर अग्रसर है, और युवाओं की भागीदारी से राज्य को विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का लक्ष्य और सशक्त हुआ है। उन्होंने ABVP के स्वदेशी शिक्षा, मातृभाषा में अध्ययन और जनजातीय अस्मिता के संरक्षण जैसे प्रयासों की सराहना की।