विदिशा, राजगढ़। शादी जैसे पवित्र और हर्षोल्लास के मौके भी अब लाठी-डंडों और चालाकियों से भरे मामलों से अछूते नहीं रहे। मध्य प्रदेश से दो चौंकाने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जो शादी के सामाजिक स्वरूप पर सवाल खड़े करती हैं।
फलदान में चिकन की मांग ने बिगाड़ा माहौल
विदिशा जिले के जावती गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक साधारण फलदान कार्यक्रम मुर्गे की मांग को लेकर हिंसक हो गया।
गांव के हरि सिंह अहिरवार लड़की पक्ष के घर फलदान लेकर पहुंचे थे। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन जब खाने की बारी आई, तो कुछ लोगों ने परंपरागत दाल-बाटी की जगह मुर्गा परोसने की मांग कर दी।
मुर्गे को लेकर ऐसी बहस छिड़ी कि दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापाई और लाठी-डंडे चल गए। मामला पुलिस तक पहुंचा और दोनों पक्षों ने थाने में एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने चार लोगों को नामजद आरोपी बनाया है।
राजगढ़ में ‘फूफाजी’ बनकर मंडप में घुसी पुलिस
दूसरी ओर, राजगढ़ में एक फिल्मी स्टाइल का मामला सामने आया। पुलिस ने शादी में बतौर मेहमान घुसकर तीन दूल्हों को मंडप से ही उठा लिया।
दरअसल, ये तीनों युवक लंबे समय से शादी समारोहों में घुसपैठ कर ठगी और धोखाधड़ी करते थे। पुलिस को जब जानकारी मिली तो उन्होंने “फूफाजी” बनकर शादी में एंट्री मारी और शादी के मंडप से ही आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। गांव वाले और बाराती इस नजारे को देख हक्के-बक्के रह गए।