रायपुर/भिलाई। छत्तीसगढ़ में हुए कई सौ करोड़ के शराब घोटाले में ACB और EOW की टीम जांच कर रही है। इसी कड़ी में उनकी कई टीमों ने शराब तस्कर और स्टील कारोबारी अशोक अग्रवाल और विनय अग्रवाल सहित तीन अलग-अलग लोगों के यहां छापेमारी की है। ACB और EOW की कई टीमें चार गाड़ियों में सुबह 4 बजे भिलाई पहुंची। एक टीम हाउसिंग बोर्ड स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट में अशोक अग्रवाल के घर पहुंची।
वहीं दूसरी टीम खुर्सीपार स्थित विनय अग्रवाल सहित तीन लोगों के घर पहुंची है। विनय अग्रवाल का घर भी आम्रपाली अपार्टमेंट में अंडर कंस्ट्रक्शन है। दोनों स्टील कारोबारी हैं। इनकी छावनी चौक भिलाई के पास फेब्रीकेशन व अन्य चीजों की फैक्ट्री है। अशोक अग्रवाल पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबी हैं। इन्होंने लखमा के साथ मिलकर पूरे शराब घोटाले को अंजाम दिया।
खबर लिखे जाने तक टीम जांच कर रही है। एक टीम अशोक अग्रवाल को गाड़ी में पकड़कर कहीं ले गई है, वहीं एक टीम उनके घर में जांच कर रही है। ऐसी जानकारी मिली है कि एक टीम अशोक अग्रवाल को लेकर उनकी फैक्ट्री गई है, वहां भी टीम दस्तावेजों की जांच करेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन कारोबारियों के माध्यम से पूर्व आबकारी मंत्री के बेटे हरीश लखमा शराब घोटाले के ब्लैक मनी को वाइट करते थे। यानी दूसरे व्यवसाय में इन्वेस्ट करते थे। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है, पर हरीश लखमा का इन कारोबारियों से घनिष्ठ संबंध थे।
प्रदेश में एक बार फिर ACB-EOW की रेड कार्रवाई जारी है। दुर्ग में करीब 20 ठिकानों पर EOW की छापेमार कार्रवाई हुई है। प्रदेश में एक साथ 20 ठिकानों पर तड़के सुबह EOW की टीम पहुंची है। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी गई है।