Big fraud in Bansagar project: मध्यप्रदेश की बहुचर्चित बाणसागर परियोजना एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार किसी निर्माण कार्य को लेकर नहीं, बल्कि एक बड़े घोटाले के कारण। परियोजना के क्योंटी नहर संभाग में एक महिला कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नियुक्त दुर्गेश गुप्ता की जगह उसके पति संतोष गुप्ता सालों से नौकरी कर रहे थे और इसी दौरान उन्होंने विभाग को चूना लगाते हुए लगभग 55 लाख रुपए का घोटाला कर डाला।
Big fraud in Bansagar project: इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ तब हुआ जब मई 2020 में परियोजना के एक कर्मचारी गिरीश कुमार मिश्रा का निधन हो गया। मिश्रा के वेतन का केवल 1.6 लाख रुपए बकाया था, लेकिन संतोष गुप्ता ने जालसाजी कर 35.53 लाख रुपए पास करवा लिए और वह राशि अपने निजी खाते में ट्रांसफर करवा ली। यह पूरी प्रक्रिया बिना किसी आपत्ति के पूर्ण हो गई, जिससे विभागीय लापरवाही भी उजागर होती है। बताया जा रहा है कि यह घोटाला करीब तीन साल तक बेरोक-टोक चलता रहा। दुर्गेश गुप्ता की नियुक्ति के बाद असल में काम संतोष गुप्ता कर रहा था, लेकिन किसी भी अधिकारी ने कभी इस बदलाव पर ध्यान नहीं दिया। यह गंभीर प्रशासनिक चूक का मामला भी बनता है।
Big fraud in Bansagar project:जैसे ही मामला सामने आया, रीवा कलेक्टर ने तत्काल जांच समिति गठित की। जांच रिपोर्ट में घोटाले की पुष्टि हुई और फिर समान थाना में संतोष गुप्ता और उसकी पत्नी दुर्गेश गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी, सरकारी दस्तावेजों का दुरुपयोग, और षड्यंत्र के गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। रीवा पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और इस बात की भी पड़ताल हो रही है कि कहीं इस घोटाले में अन्य कर्मचारी या अधिकारी तो शामिल नहीं थे। विभागीय लापरवाही की भी जांच की जा रही है।