Gwalior News : ग्वालियर /भूपेन्द्र भदौरिया :ग्वालियर नगर निगम का डॉग सेंटर इस समय राम भरोसे चल रहा है..जो नगर निगम की बड़ी लापरवाही है और जिसका का शिकार शहर के लोग हो रहे है.दो महीने से निगम का डॉग सेंटर बंद पड़ा रोजाना 150 से अधिक लोग डॉग बाइट का शिकार. हो रहे है. जबकि निगम ने दवा किया कि 30 से 35 नसबंदी हर रोज हो रही..फिर सवाल यह कि आखिर कैसे कुत्तों की संख्या बढ़ रही है..ग्वालियर में बच्चों को कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं.. जिम्मेदारों ने मुंह फेर लिया है.. जिससे प्रतिदिन 150 डॉग वाइट के मरीज इंजेक्शन लगवाने अस्पतालों में पहुंच रहे हैं.
Gwalior News: पिछले दो माह से नगर निगम के डॉग सेंटर में कुत्तों की नसबंदी का काम बंद है..पुरानी संस्था का टेंडर का समय पूरा हो चुका है.. नसबंदी का काम नगर निगम के द्वारा किया जा रहा है..लोगों का कहना है कि.. 2 महीने से नगर निगम का नसबंदी केंद्र बंद है.. लोगों की शिकायत के बाद नगर निगम के द्वारा कुछ कुत्तों को नसबंदी केंद्र में रखा गया है.. एक दिन बाद इनको यहां से छोड़ दिया जाता है लेकिन ना तो रेबीज के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं. और ना ही उनकी नसबंदी की जा रही है.
Gwalior News: जबकि नया टेंडर हो चुका है उसके बाद भी नसबंदी का काम शुरू नहीं किया गया है.. यह सेंटर राम भरोसे चल रहा है..प्रतिदिन डेढ़ सौ से ज्यादा डॉग बाइट के केस ग्वालियर के तीन अस्पतालों से सामने आ रहे हैं..जिसने हजार विस्तार अस्पताल, मुरार जिला अस्पताल, और हजीरा सिविल अस्पताल शामिल हैं,वही जिम्मेदारों का कहना है कि एक महीने से नसबंदी का काम धीमा चल रहा है..क्योंकि बारिश का समय है ऐसे में नसबंदी करने के दौरान लगाए जाने वाले टांकों को पकाने का खतरा रहता है..इसलिए नसबंदी रफ्तार धीमी है
Gwalior News: ग्वालियर में मासूम बच्चों को कुत्तों के द्वारा जख्मी करने का बेहद डरने वाले मामले सामने आए हैं..मासूम बच्चों का चेहरा कुत्तों ने बुरी तरह से नोच लिया और उसके बाद 100 से अधिक टांके लगाकर पूरे चेहरे की सर्जरी की गई गनीमत रही कि बच्चे बच गए..