शहडोल। Shahdol News : आदिवासी बहुल क्षेत्र शहडोल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिले के जयसिंहनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन सप्लाई ठप होने से 65 वर्षीय वृद्ध योगेश्वर पांडेय की दम घुटने से मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, मरीज की हालत स्थिर थी और उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था, लेकिन बिजली गुल होते ही ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई और समय पर वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण वृद्ध ने दम तोड़ दिया।
Shahdol News : घटना के दौरान अस्पताल में न तो जनरेटर चालू किया गया और न ही सिलेंडर की आपूर्ति की जा सकी। यह लापरवाही तब और गंभीर हो गई जब पता चला कि अस्पताल में अन्य मरीज भी ऑक्सीजन के लिए जूझते नजर आए। वहीं, एक महिला को भी ऑक्सीजन न मिलने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया।
जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार ने जयसिंहनगर में 10 करोड़ की लागत से 50 बिस्तरीय नया अस्पताल भवन तैयार कराया है, जिसे आधुनिक सुविधाओं से लैस बताया गया था, लेकिन हकीकत यह है कि यहां न बिजली बैकअप है, न ऑक्सीजन पाइपलाइन, न ही पर्याप्त स्टाफ।
BMO डॉ. के एल दीवान ने कहा कि मृतक की हालत पहले से गंभीर थी और लाइट गुल हो जाने से कुछ व्यवधान आया, जिससे इलाज प्रभावित हुआ। फिलहाल पूरे मामले की जांच की बात कही जा रही है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या लापरवाह सिस्टम की वजह से अब सरकारी अस्पतालों में इलाज के बजाय मौत का खतरा ज्यादा बढ़ गया है?