Reva News : रीवा : गांधी स्मारक चिकित्सालय के *स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में भर्ती एक नवजात शिशु इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। चाकघाट के रायपुर सोनारी गांव से लाए गए इस शिशु की त्वचा सामान्य बच्चों से बिल्कुल अलग दिखाई दे रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, यह शिशु ‘कॉलोडीयोंन बेबी’ सिंड्रोम से पीड़ित है – जो एक दुर्लभ त्वचा रोग है। फिलहाल नवजात को सांस लेने में परेशानी के चलते ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
Reva News : क्या होती है ‘कॉलोडीयोंन बेबी’ बीमारी?
Reva News : विशेषज्ञों ने बताया कि कॉलोडीयोंन बीमारी एक दुर्लभ स्किन डिसऑर्डर है जिसमें नवजात शिशु की त्वचा अत्यधिक मोटी, कठोर और दरारों से युक्त होती है। इससे इन्फेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे बच्चों को विशेष डर्मेटोलॉजिकल केयर की आवश्यकता होती है।
Reva News : विशेषज्ञों की टीम कर रही इलाज
Reva News : श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के बाल एवं शिशु रोग विभाग के प्राध्यापक डॉ. करण जोशी ने बताया कि कॉलोडीयोंन बेबी से जुड़े केस साल में एक या दो ही आते हैं, और इनका इलाज बेहद संवेदनशील होता है। उन्होंने कहा कि पीडियाट्रिक और डर्मेटोलॉजी विभाग की टीम मिलकर ऐसे नवजातों का उपचार करती है। त्वचा अत्यंत नाजुक होने के कारण विशेष देखभाल जरूरी होती है।
Reva News : समय पर इलाज बेहद जरूरी
Reva News : डॉ. जोशी ने यह भी चेताया कि यदि इस प्रकार की बीमारियों का समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। इसलिए नवजात की स्थिति को मॉनिटर करते हुए निरंतर ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।