रायपुर। Rawatpura Medical College Scam : छत्तीसगढ़ के हाई-प्रोफाइल रियल एस्टेट रेगुलेटर (RERA) के अध्यक्ष और पूर्व IFS अधिकारी संजय शुक्ला भ्रष्टाचार की जांच में फंसते नजर आ रहे हैं। श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज में 16.2 करोड़ की रिश्वतखोरी मामले में CBI की एफआईआर में उनका नाम जुड़ने से न केवल उनका पद संकट में है, बल्कि राज्य प्रशासनिक हलकों में नई जमावट की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है।
Rawatpura Medical College Scam : CBI की जांच में खुलासा हुआ कि मेडिकल कॉलेज की मान्यता के एवज में देशभर के कई मेडिकल अफसरों और एजेंसियों को घूस बांटी गई थी। 6 अधिकारियों की गिरफ्तारी और 35 अन्य के नाम सामने आने के बाद अब रेरा अध्यक्ष संजय शुक्ला भी जांच के दायरे में आ गए हैं। संवैधानिक पद पर बैठे होने के कारण उन्हें हटाना आसान नहीं होगा, लेकिन एफआईआर के बाद नैतिक और राजनीतिक दबाव उन्हें इस्तीफा देने को मजबूर कर सकता है।
प्रशासनिक जोड़तोड़ शुरू: कौन कहां पहुंचेगा?
मुख्य सचिव अमिताभ जैन, जिन्हें हाल ही में सेवा विस्तार मिला है, RERA अध्यक्ष की रेस में सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। उनका नाम पहले भी इस पद के लिए सामने आया था, लेकिन कांग्रेस शासन में विवेक ढांड ने संजय शुक्ला को आगे कर दिया था। अब हालात बदल चुके हैं।
इसी कड़ी में पूर्व DGP अशोक जुनेजा का नाम भी फिर सुर्खियों में है, जो मुख्य सूचना आयुक्त के लिए पहले ही इंटरव्यू दे चुके हैं। यदि अमिताभ जैन RERA की कमान संभालते हैं, तो जुनेजा के लिए यह कुर्सी खाली हो सकती है — जो अब तक कोर्ट स्टे की वजह से रुकी हुई थी।
कौन हैं संजय शुक्ला?
1987 बैच के IFS अधिकारी संजय शुक्ला कई अहम प्रशासनिक पदों पर रह चुके हैं। उन्हें RERA अध्यक्ष का कार्यभार विवेक ढांड की सिफारिश पर मिला था, ताकि बिल्डरों और कालोनाइज़रों पर प्रशासनिक पकड़ बनी रहे। अब जब भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले में उनका नाम जुड़ गया है, तो यह साफ संकेत है कि राजनीतिक संरक्षण और अफसरशाही के गठजोड़ की परतें खुलने लगी हैं।