रायपुर। रावतपुरा मेडिकल रिश्वतकांड : रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज की मान्यता दिलाने के लिए कथित रिश्वत कांड में अब जांच की आंच सीधे चेयरमैन रविशंकर महाराज और पूर्व आईएफएस अधिकारी डॉ. संजय शुक्ला तक पहुंच गई है। सीबीआई ने इन दोनों पर एफआईआर दर्ज कर दी है। मामले में अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और जांच लगातार तेज होती जा रही है।
रावतपुरा मेडिकल रिश्वतकांड : बता दें कि सीबीआई ने पहले ही एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन) की निरीक्षण टीम के तीन डॉक्टरों — डॉ. मंजुप्पा सीएन, डॉ. चैत्रा एमएस और डॉ. अशोक शेलके — के साथ रावतपुरा संस्थान के डायरेक्टर अतुल कुमार तिवारी, कर्मचारी सतीश और रविचंद्र को गिरफ्तार कर लिया था। इन सभी से पूछताछ के बाद अब संस्थान के प्रमुख रविशंकर महाराज और छत्तीसगढ़ रेरा के चेयरमैन डॉ. संजय शुक्ला का नाम जांच के घेरे में आया है।
सीबीआई के अनुसार, मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने के लिए कथित रूप से मोटी रकम की लेनदेन की गई थी। इस पूरे नेटवर्क में अधिकारियों, संस्थान के संचालकों और मेडिकल काउंसिल के सदस्यों की मिलीभगत सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में ही रविशंकर महाराज और डॉ. संजय शुक्ला की संलिप्तता उजागर हुई है। डॉ. शुक्ला, जो कि पहले आईएफएस अधिकारी रहे हैं, वर्तमान में रेरा चेयरमैन के पद पर हैं।
7 जुलाई को रिमांड खत्म होने के बाद सभी आरोपियों को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि उस दिन इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।