रायपुर। Raipur Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के जल संसाधन विभाग में पहली बार ऐसा हुआ है जब प्रमुख अभियंता का पद सेवानिवृत्ति के बाद दिनों तक खाली पड़ा है। अब तक इस पद की जिम्मेदारी तुरंत किसी वरिष्ठ अफसर को सौंपी जाती थी, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल उलट है। सूत्रों के अनुसार विभाग में सेवानिवृत्त ईएनसी इंद्रजीत उइके को संविदा पर फिर से नियुक्त करने की कवायद चल रही है, जिसकी फाइल उच्च स्तर तक पहुंच चुकी है और विभागीय मंत्री की मौखिक सहमति भी मिल गई है।
Raipur Chhattisgarh : इस घटनाक्रम ने विभाग के वरिष्ठ अभियंताओं में भारी असंतोष पैदा कर दिया है। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार किसी वरिष्ठ अधिकारी को पूर्णकालिक जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन अब संविदा नियुक्ति की चर्चाओं से नाराज़गी और आंतरिक घमासान तेज हो गया है।
यह संविदा नियुक्ति अगर होती है तो अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब सेवानिवृत्त अधिकारी को फिर से विभाग की बागडोर सौंपी जाएगी। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि संविदा पर तैनात अधिकारी को वित्तीय अधिकार कैसे दिए जाएंगे, जबकि पूर्व में राज्य सरकार ने संविदा पदों से आहरण-संवितरण अधिकार वापस लेने का निर्णय लिया था।
वरिष्ठ इंजीनियरों का मानना है कि कुछ माह के कार्यकाल के लिए भी विभाग की कमान उन्हें ही दी जानी चाहिए, जिससे प्रशासनिक प्रक्रिया पारदर्शी और तकनीकी रूप से मजबूत बनी रहे।