CG NEWS : रायपुर : छत्तीसगढ़ में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इंजीनियरिंग के छात्र अब न केवल तकनीकी विषयों में दक्ष बनेंगे, बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों की भी शिक्षा मिलेगी। नए शैक्षणिक सत्र से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में चार नए विषयों को शामिल किया गया है। इन विषयों में श्रीमद्भागवत गीता, प्राचीन गणित, खगोल विज्ञान, भारतीय संस्कृति और संविधान जैसे पहलुओं को पढ़ाया जाएगा।
CG NEWS : राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने पिछले वर्ष राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की थी, जिसे अब तकनीकी शिक्षा में भी अपनाया जा रहा है। इसके तहत पाठ्यक्रम में व्यापक बदलाव किए गए हैं। पुराने विषयों के कंटेंट को अपडेट किया गया है और नई विषयवस्तु को जोड़ा गया है।
CG NEWS : इस बदलाव के तहत इंजीनियरिंग के पहले वर्ष में छात्रों को गणित, भौतिकी, रसायन जैसे पारंपरिक विषयों के साथ-साथ एक स्किल-बेस्ड विषय भी पढ़ना होगा। दूसरे वर्ष में भी एक स्किल आधारित विषय शामिल रहेगा। उदाहरण के लिए, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित पाठ्यक्रम जोड़ा गया है। राज्य में कुल 28 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं जहां यह पाठ्यक्रम लागू होगा।
CG NEWS : भौतिकी के विषय को भी अब अलग-अलग ब्रांच के अनुसार विभाजित किया गया है। पहले सभी छात्र एक ही तरह की भौतिकी पढ़ते थे, अब इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल ब्रांच के लिए अलग-अलग सामग्री तैयार की गई है।
CG NEWS : प्राचीन भारतीय गणित को भी पाठ्यक्रम में जगह दी गई है। इसमें आर्यभट्ट, वराहमिहिर और ब्रह्मगुप्त जैसे महान गणितज्ञों के योगदान को पढ़ाया जाएगा। यह विषय “फाउंडेशन कोर्स ऑफ एंसिएंट इंडियन नॉलेज सिस्टम” के अंतर्गत पहले सेमेस्टर में शामिल रहेगा। तीसरे सेमेस्टर में “इंडियन ट्रेडिशनल नॉलेज साइंस एंड प्रैक्टिसेस” के तहत खगोल विज्ञान और ज्योतिष की पढ़ाई होगी।
CG NEWS : इसी तरह भारतीय स्थापत्य कला जैसे कलिंग, मराठा, राजपूत और द्रविड़ शैलियों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, जिसे सभी ब्रांचों के छात्रों के लिए अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा संविधान की जानकारी भी छात्रों को दी जाएगी।
CG NEWS : पाठ्यक्रम में जोड़े गए चार नए विषय इस प्रकार हैं:
-पहले सेमेस्टर में फाउंडेशन कोर्स ऑफ एंसिएंट इंडियन नॉलेज सिस्टम
-दूसरे सेमेस्टर में श्रीमद्भगवत गीता: मैनुअल ऑफ लाइफ एंड यूनिवर्स
-तीसरे सेमेस्टर में इंडियन ट्रेडिशनल नॉलेज साइंस एंड प्रैक्टिसेस
-चौथे सेमेस्टर में इंडियन कल्चर एंड कांस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया
CG NEWS : इस नई व्यवस्था के तहत मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट सिस्टम भी लागू किया गया है, जिसके तहत एक साल की पढ़ाई पूरी करने पर सर्टिफिकेट, दो साल पर डिप्लोमा और चार साल पूरा करने पर बीटेक डिग्री दी जाएगी।