CG NEWS : रामकुमार भारद्वाज/ फरसगांव (कोंडागांव)। कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने फरसगांव विकासखंड के विभिन्न शासकीय संस्थानों का औचक निरीक्षण कर जमीनी स्तर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उनके निरीक्षण का फोकस प्राथमिक रूप से स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों, छात्रावासों और विद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं की स्थिति पर था। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
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शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों की रचनात्मकता को सराहा
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सबसे पहले बालक आश्रम कोसागांव पहुंचीं, जहां उन्होंने हाल ही में स्थापित ‘कल्पना कक्ष’ का अवलोकन किया। यहां कक्षा पांचवी के छात्र प्रताप और डिगेश्वर ने उन्हें कंप्यूटर पर हिंदी में अपना नाम टाइप करके दिखाया। इस प्रस्तुति पर कलेक्टर ने छात्रों की सराहना की और निर्देश दिए कि अन्य आश्रमों में भी इसी तरह रचनात्मक माहौल और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने आश्रम में खेल मैदान और उद्यान के विकास के निर्देश भी दिए। इसके बाद कलेक्टर ने कोसागांव के आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा किया, जहां उन्होंने बच्चों को दी जा रही गतिविधियों, पोषण आहार, सफाई व्यवस्था और ड्रेस कोड की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को बच्चों को स्वच्छता की आदतें सिखाने और समय पर पोषण आहार वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। शासकीय हाई स्कूल कबोंगा के निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्राचार्य को निर्देशित किया कि अंग्रेजी विषय में छात्रों की पकड़ मजबूत करने के लिए प्रभावी शिक्षण पद्धति अपनाई जाए। वहीं फरसगांव स्थित आदर्श बालक छात्रावास की जर्जर इमारत और सीपेज की स्थिति देखकर उन्होंने संबंधित विभाग को पीछे नए भवन निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया।
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स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
कलेक्टर ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर कबोंगा का निरीक्षण करते हुए वहां प्रसव पूर्व जांच, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, परिवार नियोजन कार्यक्रमों की जानकारी ली। उन्होंने दो से अधिक संतान वाले परिवारों में जागरूकता बढ़ाने और परामर्श शिविर लगाने के निर्देश दिए। साथ ही ANC पंजी की समीक्षा कर सभी गर्भवती महिलाओं का समय पर पंजीकरण और पोषण आहार वितरण सुनिश्चित करने के लिए जन चौपाल जैसे माध्यमों का उपयोग करने पर बल दिया। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसगांव का दौरा करते हुए कलेक्टर ने प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया और वहां भर्ती माताओं से बातचीत कर नवजात शिशुओं की स्थिति जानी। उन्होंने बालक और बालिका में कोई भेदभाव न करने की सलाह दी और स्वास्थ्य कर्मियों को स्तनपान, टीकाकरण और देखभाल के विषय में माताओं को निरंतर मार्गदर्शन देने के निर्देश दिए। इस निरीक्षण दौरे के दौरान सीएमएचओ डॉ आरके चतुर्वेदी, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कृपेन्द्र तिवारी भी उपस्थित रहे।