दुर्ग। Bharatmala Project : भारतमाला परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण को लेकर जिले में किसानों का आक्रोश फूट पड़ा है। हनोदा समेत पांच गांवों के 200 से अधिक किसानों ने निर्माण कार्य को रोकते हुए जमकर प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोप लगाया कि मुआवजा वितरण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है और उनकी जमीनों का उचित मूल्यांकन नहीं किया गया।
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि बड़ी जमीनों के लिए हेक्टेयर और एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया गया है, जबकि छोटी जमीनों को वर्गफीट के आधार पर आंका गया, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस दोहरी मापदंड की नीति से ग्रामीणों में असंतोष है।
करीब तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 17 किसानों को गिरफ्तार कर लिया। आंदोलनकारी किसानों ने प्रशासन से भ्रष्टाचार की जांच, पारदर्शी प्रक्रिया और सभी को समान मुआवजा देने की मांग की है।
प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है, लेकिन आंदोलन ने भारतमाला परियोजना के भविष्य पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।