कांकेर/कोंडागांव | छत्तीसगढ़ के कांकेर और कोंडागांव जिलों में चल रहे भारत माला सड़क निर्माण परियोजना में मानवाधिकारों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। दुधावा थाना क्षेत्र में एक ठेकेदार ने डीजल चोरी के आरोप में वाहन चालक को बेरहमी से पीटा और थूक चटवाया। इस अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिससे इलाके में आक्रोश फैल गया है।
पीड़ित चालक पर आरोप है कि उसने डीजल चोरी की थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार, प्रोजेक्ट में कार्यरत कई वाहन चालकों को महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिस कारण वे आर्थिक तंगी में फंसे हुए हैं। परिवार चलाने की मजबूरी में कुछ लोग इस तरह के रास्ते चुनने को विवश हो गए।
इस घटना के अगले ही दिन 29 अप्रैल को अन्य चालक एकजुट हुए और उन्होंने ठेकेदार की सरेआम पिटाई कर दी। हालात इतने बिगड़ गए कि बीच-बचाव करने आए कंपनी के मैनेजर को भी भीड़ ने नहीं बख्शा।
प्रोजेक्ट से जुड़े कर्मचारियों ने बताया कि सिर्फ मारपीट ही नहीं, बल्कि प्रोजेक्ट में सुरक्षा व्यवस्था भी बेहद लचर है। अब तक निर्माण कार्य के दौरान 4 लोगों की मौत हो चुकी है—जिनमें से कुछ घटनाएं संदिग्ध मानी जा रही हैं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
स्थानीय पुलिस ने पुष्टि की है कि मामला कोंडागांव क्षेत्र का है और जांच जारी है। लेकिन सवाल यह है कि जब प्रोजेक्ट में श्रमिकों को वेतन नहीं दिया जा रहा, लगातार जान जोखिम में डाली जा रही है, तो प्रशासन क्यों चुप है?