रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले का सुदूरवर्ती गांव गलगम अब सिर्फ नक्शे पर नहीं, बल्कि पूरे देश के दिल में बस गया है। नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र ने एक नई पहचान बनाई है — उम्मीद, बदलाव और विकास की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इस ऐतिहासिक यात्रा ने न केवल स्थानीय लोगों का हौसला बढ़ाया, बल्कि बस्तर के भविष्य की दिशा भी तय कर दी।
देश के सबसे बड़े एंटी-नक्सल ऑपरेशन के सफल समापन के बाद मुख्यमंत्री का गलगम पहुंचना एक प्रतीकात्मक लेकिन मजबूत संदेश था – अब बस्तर डर से नहीं, विकास से पहचाना जाएगा।
गलगम में मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से संवाद किया, विकास कार्यों का जायजा लिया और सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ाया। सोशल मीडिया पर #BadaltaBastar ट्रेंड करने लगा और पूरे दिन ट्विटर पर टॉप पर बना रहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि गलगम अब बस्तर के पुनर्जन्म की कहानी का पहला पन्ना बन चुका है। प्रशासनिक पहुंच, सुरक्षा और विकास की पहल के साथ यह इलाका उम्मीद की नई रौशनी में डूबा हैं