Language Debate : मुंबई | महाराष्ट्र में इन दिनों हिंदी और मराठी भाषा को लेकर गर्म बहस चल रही है। विवाद की शुरुआत राज्य सरकार के उस फैसले से हुई, जिसमें पहली कक्षा से हिंदी को अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया है – भले ही स्कूल मराठी या अंग्रेजी माध्यम का हो। इस मुद्दे पर कई हस्तियों ने अपनी राय रखी है, जिनमें अभिनेत्री रेणुका शहाणे भी शामिल हैं। उन्होंने एक पॉडकास्ट ‘InControversial With Pooja Chaudhri’ में कहा:
“अगर आप किसी जगह लंबे समय तक रहते हैं, तो वहाँ की स्थानीय भाषा और संस्कृति का सम्मान करना जरूरी होता है। सिर्फ भाषा बोलना नहीं, बल्कि उसकी गरिमा समझना ज़रूरी है।”
रेणुका शहाणे ने हाल में कुछ ऐसे मामलों की भी निंदा की जिनमें स्थानीय भाषा को लेकर हिंसा या जबरदस्ती की गई।
“दो-तीन लोगों को थप्पड़ मारने से भाषा का भला नहीं होगा। मुझे ऐसे लोग पसंद नहीं जो स्थानीय भाषा और संस्कृति के प्रति असम्मानजनक रवैया अपनाते हैं।”
पति आशुतोष राणा का भी समर्थन
रेणुका शहाणे के पति और अभिनेता आशुतोष राणा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा:
“मराठी मेरी पत्नी और बच्चों की मातृभाषा है, इसमें कोई चिंता की बात नहीं है।”
“मेरे अनुसार, भाषा संवाद का माध्यम है, विवाद का नहीं। भारत हमेशा संवाद और विविधता में विश्वास करता है, ना कि टकराव में।”